कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने बेलगावी में 50 विधायकों के साथ डिनर के बाद कहा है कि ये कुथ खास बात नहीं है, लेकिन अगर पार्टी के कुछ लोग प्यार से खाने के लिए बुलाते हैं तो वे इनकार नहीं कर सकते हैं.
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने विधायकों के साथ किसी भी तरह की ‘राजनीतिक डिनर मीटिंग’ की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वे अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और दोस्तों का न्योता ठुकरा नहीं सकते.
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “हमारे क्षेत्र के साथी प्यार से लंच या डिनर के लिए बुलाते हैं, तो क्या मैं मना कर दूं? यह कोई डिनर मीटिंग नहीं है,लेकिन जब कोई बुलाता है तो जाना पड़ता है.”
बेलगावी के बाहरी इलाके में कथित तौर पर विधायकों के साथ डिनर को लेकर उठ रहे सवालों पर उन्होंने हुए कहा, “मेरे विधानसभा क्षेत्र का एक लड़का यहां काम करता है. उसने कहा कि वह 'रागी' और 'उप्पसाारू' भेजेगा. क्या मैं मना कर सकता हूं? इसके बाद परसों आसिफ सैत और फिरोज सैत ने न्योता दिया.
डीकेशिवकुमार ने आगे कहा, “डोड्डनावर बेलगावी जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष हैं और पुराने मित्र भी. वह लंबे समय से मुझे घर पर डिनर के लिए बुला रहे थे. क्या मैं अपनी कांग्रेस फैमिली को भूल सकता हूं? इसलिए मैं और कुछ साथी उनके यहां डिनर पर गए थे. यह कोई मीटिंग नहीं थी, सिर्फ दोस्तों-कार्यकर्ताओं का प्यार था.”
सूत्र बताते हैं कि जो 50 से ज्यादा विधायक डिनर में शामिल थे उसमें 5 मंत्री भी थे. बता दें कि कांग्रेस कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर जल्द ही एक महत्वपूर्ण बैठक बुला सकती है. इसलिए डीकेएस के इस आयोजन को शक्ति प्रदर्शन के रूप में भी देखा जा रहा है.
क्रिकेट मैचों की परमिशन
चिन्नास्वामी स्टेडियम में क्रिकेट मैच कराने की परमिशन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमने बेंगलुरु की रेप्युटेशन बचाने के लिए ज़रूरी कदम उठाए हैं. हमने इस शर्त पर परमिशन दी है कि सुरक्षा के ज़रूरी कदम उठाए जाएंगे.
उन्होंने आगे कहा, “होम मिनिस्टर परमेश्वर को मैचों के दौरान सुरक्षा के ज़रूरी कदम उठाने की ज़िम्मेदारी दी गई है. KSCA प्रेसिडेंट वेंकटेश प्रसाद और उनकी टीम पुलिस डिपार्टमेंट से बात करेगी.”