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चमोली नंदानगर आपदा: दूसरे दिन भी जारी रेस्क्यू ऑपरेशन, 7 लोग अब भी लापता

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में बादल फटने और फ्लैश फ्लड से भारी तबाही हुई है. मलबे में दबे लोगों को निकालने के लिए पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार बचाव कार्य कर रही हैं. अब तक एक व्यक्ति को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि दो शव बरामद हुए हैं और सात लोग अभी भी लापता हैं.

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चमोली में बादल फटने से कई घर क्षतिग्रस्त. (Photo: ITG)
चमोली में बादल फटने से कई घर क्षतिग्रस्त. (Photo: ITG)

उत्तराखंड के चमोली जिले के नंदानगर क्षेत्र में आई आपदा के बाद कुंतरी और धूर्मा गांव में मलबे में दबे लोगों को निकालने का अभियान दूसरे दिन भी जारी है. पुलिस, प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लगातार राहत व बचाव कार्य में जुटी हुई हैं.

अधिकारियों के अनुसार, आपदा में लापता हुए 10 लोगों में से एक को गुरुवार को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि दो लोगों के शव बरामद हुए हैं. अब भी 7 लोग लापता हैं, जिनमें से 5 कुंतरी और 2 धूर्मा गांव के निवासी हैं. उनकी तलाश जारी है.

राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर लोग

इस बीच, जिला प्रशासन ने आपदा प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविरों की व्यवस्था की है. गल्ला गोदाम में 26 और मैयरा आश्रम में 53 लोग ठहरे हुए हैं. यानी कुल 79 लोगों ने राहत शिविरों में रात गुजारी. गल्ला गोदाम में 108 लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, वहीं प्रभावित परिवारों को 30 राशन किट भी वितरित की गई हैं.

बादल फटने से मची भारी तबाही

बता दें कि गुरुवार को बादल फटने और फ्लैश फ्लड से चमोली के नंदानगर घाट क्षेत्र में भयानक तबाही हुई. तीन गांव पूरी तरह तबाह हो गए हैं. जानकारी के अनुसार 32 घर भारी बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोग लापता हो गए. स्थानीय प्रशासन और बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हैं.

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