उत्तर प्रदेश में बीजेपी का पसमांदा मुस्लिमों को साधने का दांव सफल होता दिख रहा है. मुस्लिम बहुल संभल में सपा को तगड़ा झटका लगा है. उत्तर प्रदेश उर्दू अकेडमी के पूर्व चेयरमैन हाजी आजम कुरैशी का सपा से मोहभंग हो गया है. उन्होंने सपा की साइकिल से उतरकर बीजेपी का दामन थामने का फैसला किया है. पीएम नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर आजम बीजेपी के साथ जुड़ने और मुस्लिमों को जोड़ने के लिए काम करेंगे.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए हाजी आजम कुरैशी ने कहा कि अखिलेश यादव अपने दफ्तर में बैठकर सिर्फ ट्वीट करने का काम करते हैं और मुसलमानों को बीजेपी से डर दिखा रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है. बीजेपी में एक कार्यकर्ता के तौर पर वह शामिल होंगे और मुस्लिमों को पार्टी से जोड़ने का काम करेंगे.
बता दें कि सपा के वरिष्ठ नेता हाजी आजम कुरैशी यूपी में साल 2002 से लेकर 2005 तक उर्दू अकेडमी के चेयरमैन पद पर रहे थे. इसके बाद साल 2012 के विधानसभा चुनाव में वह राष्ट्रीय लोकदल और कांग्रेस के गठबंधन से संभल सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन इकबाल महमूद के आगे जीत नहीं सके. इसके बाद साल 2017 में उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था.
'बीजेपी सरकार बिना भेदभाव के काम कर रही'
सपा में 5 साल रहने के बाद हाजी आजम कुरैशी का अखिलेश यादव से मोहभंग हो गया है. अब उन्हें पीएम मोदी और योगी सरकार की नीतिया पसंद आ रही हैं. ऐसे में उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी की सदस्यता लेने का फैसला किया है. आजम कुरैशी ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने सिर्फ मुसलमानों को बेवकूफ बनाने का काम किया, लेकिन बीजेपी सरकार बिना भेदभाव के काम कर रही है.
'सपा मुसलमानों को बीजेपी का भय दिखा रही'
आजम कुरैशी ने कहा कि वह बीजेपी में शामिल होकर एक बड़ी तादात में मुस्लिमों को पार्टी में जोड़ने का काम करेंगे. मोदी-योगी सरकार सबका साथ और सबके विकास के लिए काम कर रही है. जबकि सपा सिर्फ मुसलमानों को बीजेपी का भय दिखाकर वोट लेती है और उनके भले के लिए कोई काम नहीं करती है. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने किसी भी मुसलमान को आगे बढ़ाने का काम नहीं किया. ऐसे ही कांग्रेस भी मुसलमानों के साथ भेदभाव करती है.
PM मोदी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही थी ये बात
बता दें कि बीजेपी ने यूपी में पसमांदा यानि ओबीसी मुसलमानों को पार्टी से जोड़ने की मुहिम शुरू की है. पीएम मोदी ने ही पसमांदा मुस्लिमों पर बीजेपी को फोकस करने की बात हैदराबाद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही थी. यही वजह है कि बीजेपी के साथ पसमांदा मुस्लिमों को जोड़ने का बीड़ा राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष रहे आतिफ रशीद उठा रहे हैं और दिल्ली से लेकर यूपी तक में कार्यक्रम कर रहे हैं.
सपा, बसपा और कांग्रेस पर साधा निशाना
हाल ही में आतिफ रशीद ने यूपी के रुहेलखंड के बरेली में पसमांदा मुस्लिमों की एक बड़ी बैठक की थी, जहां उन्होंने मोदी और योगी सरकार की नीतियों को रखा था. आतिफ रशीद कहते हैं कि यूपी में सपा, बसपा और कांग्रेस ने मुस्लिमों को सिर्फ ठगने का काम किया है, न तो उनकी शिक्षा के लिए काम किया और न विकास के लिए. जबकि बीजेपी सरकार में बिना भेदभाव के सभी के लिए काम हो रहा है. गरीबी मुस्लिम और हिंदू दोनों ही समुदाय में है और सरकार दोनों समाज के विकास के लिए काम कर रही है.
संभल का इलाका भी रुहेलखंड में आता है, जहां से सपा छोड़ने वाले आजम कुरैशी हैं. आजम कुरैशी भी पसमांदा मुस्लिम हैं और उन्होंने बीजेपी के साथ जुड़कर काम करने का ऐलान किया है. ऐसे में साफ दिख रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले सपा के कोर वोट बैंक माने जाने वाले मुस्लिमों को बीजेपी साधने की कवायद कर रही है. (रिपोर्ट- अनूप)
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