बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों तथा खादय सुरक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने में कृषि वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है.
सबौर कृषि महाविद्यालय परिसर में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों तथा खाद्य सुरक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने में कृषि वैज्ञानिकों की महत्वपूर्ण भूमिका है.
उन्होंने कहा कि साल दर साल मानसून में देरी तथा जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न चुनौतियों के साथ-साथ सीमित भूभाग और बढ़ती हुई आबादी के मद्देनजर खाद्य सुरक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करना कृषि वैज्ञानिकों के लिये बड़ी चुनौती है.
मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के वैज्ञानिक अपने ज्ञान, मेहनत और अनुभव से इन चुनौतियों का मुकाबला करने में न सिर्फ कामयाब होंगे अपितु देश और दुनिया में ख्याति अर्जित करेंगे.
नीतीश ने कहा कि प्रदेश और देश के सकल घरेलू उत्पादन और विकास दर में कृषि एक महत्वपूर्ण अंग है. कृषि के विकास के बिना प्रदेश और देश के विकास की कल्पना नहीं की जा सकती.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बिहार के किसानों, कृषि विशेषज्ञों के साथ गहन विचार विमर्श के बाद कृषि का रोडमैप तैयार किया है और इसपर अमल किया जा रहा है. चार से पांच साल में कृषि की उत्पादकता दोगुनी करने का लक्ष्य है.
नीतीश ने कृषि के विकास के लिये उत्तम बीज, कीटनाशक, उर्वरक, आधुनिक यंत्र और विधि का उपयोग आवश्यक बताते हुए कहा कि उपज के प्रसंस्करण से उनका मूल्यवर्धन होता है और किसानों तथा उत्पादकों को बेहतर आय होती है. इन सभी कार्यों में कृषि विशेषज्ञों और कृषि वैज्ञानिकों का अहम योगदान है.