Punjab Paddy procurement starts today: साल 2025 पंजाब के लिए विनाशकारी रहा. बाढ़ से प्रदेश के सभी 23 जिले प्रभावित हुए. लाखों हेक्टेयर खेत पानी में जलमग्न हो गए. बाढ़ की सबसे ज्यादा मार किसानों पर पड़ी. किसानों के फसल बाढ़ की वजह से ख़राब हो गए. इस बीच आज (मंगलवार) से पंजाब में धान की खेती ख़रीद शुरू हो गई है. अमूमन ये प्रक्रिया सितंबर के अंत से शुरू होती है. लेकिन, बाढ़ की वजह से फसलों को हुए नुक़सान को देखते हुए मान सरकार ने ये प्रक्रिया तय समय से 15 दिन पहले शुरू कर दी.
धान की ख़रीद के लिए प्रदेशभर के 1,822 मंडियों को तैयार किया गया है. खरीदी प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए पंजाब सरकार ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से क़रीब 15 हज़ार करोड़ रुपये का लोन लिया है. पंजाब सरकार ने कुल 45 हज़ार करोड़ रुपये की मांग की थी. हालांकि बाढ़ से प्रभावित इलाकों में किसानों और प्रशासन के सामने चुनौतियां बनी हुई हैं.
पंजाब सरकार 45 हज़ार करोड़ रुपये का लोन इसलिए मांग रही थी ताकि वह इस सीज़न अनुमानित 175 लाख मीट्रिक टन (LMT) धान खरीद सकें.
पंजाब सरकार की ओर से इस बार धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,389 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया है. 17 प्रतिशत तक के नमी के धान की ख़रीद की जा सकेगी.
कई मंडियों में तो खरीद शुरू हो गई है. हालांकि, कई मंडियां ऐसी भी हैं जहां ख़रीद 10 दिन के बाद शुरू होगी. क्योंकि बाढ़ की वजह से प्रभावित परिवार अभी शरणस्थलों में रह रहे हैं.
मोहाली मंडी का हाल
आजतक की टीम ने मोहाली के खरड़ अनाज मंडी का दौरा किया. यहां धान खरीद के लिए फसल लाई गई है, लेकिन कई किसानों का कहना है कि प्रक्रिया अभी पूरी तरह शुरू नहीं हुई.
एक कमिशन एजेंट ने आजतक की टीम से बातचीत करते हुए कहा, 'प्रक्रिया भले ही शुरू हो गई है, लेकिन बोरों और अधिकारियों की औपचारिक घोषणाओं का इंतजार है. सुबह से सिर्फ एक ट्रैक्टर-ट्रॉली आई है, जिसे खरीदा गया है. धान की नमी 18 फीसदी तक है, जबकि हम अधिकतम 17 फीसदी नमी वाली फसल ही स्वीकार करते हैं.'
एजेंट बोला- इस बार खरीद सामान्य सीजन से 15 दिन पहले शुरू हुई है. बाढ़ ने किसानों और फसलों को प्रभावित किया है, लेकिन मोहाली में हालात अन्य जिलों की तुलना में कम गंभीर हैं.