झारखंड में चल रहे राजनीतिक संकट के लिए सोमवार का दिन अहम होने वाला है. यहां विधानसभा में सोमवार में फ्लोर टेस्ट होना है. ऐसे में राहुल गांधी की न्याय यात्रा और सार्वजनिक रैली से पहले रांची में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की तैयारी है. रांची विधानसभा में शक्ति परीक्षण से पहले झामुमो गठबंधन सहयोगियों के शक्ति प्रदर्शन के लिए मंच तैयार है.
झारखंड की राजनीति में लगातार हलचल जा रही है. नए सीएम के तौर पर चंपई सोरेन ने शपथ भले ही ले ली है, लेकिन जब तक फ्लोर टेस्ट नहीं हो जाता, मौजूदा JMM सरकार पर राजनीतिक संकट बरकरार है. इसी बीच सामने आया है कि, विश्वास मत के बाद झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान मंत्री पद पर मुहर लग सकती है. सूत्रों से पता चला है कि चंपई सोरेन और हेमंत सोरेन सूची को अंतिम रूप दे सकते हैं. झारखंड कैबिनेट में अधिकतम 12 मंत्री शामिल किये जा सकते हैं. 9 सीटें अभी भी खाली हैं. JMM विधायक रामदास सोरेन विश्वास मत में भाग नहीं लेंगे. वह अस्वस्थ हैं और गुर्दे की समस्या से जूझ रहे हैं. वह अपोलो इंद्रप्रस्थ दिल्ली में भर्ती हैं.
बता दें कि JMM और गठबंधन के हैदराबाद भेजे गए सभी विधायक रांची लौट रहे हैं. विधानसभा का विशेष सत्र सुबह 11 बजे शुरू होगा जो राज्यपाल के उद्घाटन भाषण के साथ शुरू होगा क्योंकि यह नई सरकार के शपथ ग्रहण का पहला दिन है. यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि ईडी की हिरासत में मौजूद पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी फ्लोर टेस्ट के लिए विधानसभा में लाया जाएगा.
आईजी रांची ने विधानसभा सचिवालय से मुलाकात कर ईडी द्वारा हेमंत सोरेन को विधानसभा लाने की जानकारी दी है. चूंकि अदालत का आदेश ईडी के निर्देशों से संबंधित है, इसलिए विधानसभा सचिवालय ने इस संबंध में अदालत के आदेश को लिखित रूप से अग्रेषित करने के लिए कहा है. ईडी अधिकारियों की भारी सुरक्षा के बीच हेमंत सोरेन को विधानसभा लाया जाएगा.