Tauktae तूफान ने महाराष्ट्र और गुजरात में भारी तबाही का मंजर दिखा दिया है. गुजरात में कई हजारों पेड़ और बिजली के खंबे उखड़ चुके हैं. कई इलाकों में भारी बारिश का दौर भी देखने को मिला है. अब इस तबाही के बाद एक और चक्रवात तूफान का अलर्ट जारी कर दिया गया है. इस बार खतरा पश्चिम बंगाल और ओडिशा के लिए है और तूफान का नाम 'yaas' रखा गया है.
Tauktae के बाद एक और तूफान का अलर्ट
जानकारी दी गई है कि 25-26 मई को चक्रवात तूफान 'yaas' बंगाल की खाड़ी से टकराने जा रहा है. 22 मई तक पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं जिसके बाद ये एक चक्रवात तूफान का रूप ले सकता है. इस दौरान कई इलाकों में धीमी वर्षा का अनुमान है.
वहीं अंडमान में 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं जो बंगाल खाड़ी तक पहुंचने तक 70 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती हैं. तूफान के खतरे को देखते हुए मछुआरों को भी चेतावनी जारी कर दी गई है. तमाम मछुआरों से समुद्र में ना जाने और किनारे पर रहने के लिए कहा जा रहा है.
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Yaas तूफान को लेकर खतरा
मालूम हो कि इससे पहले पश्चिम बंगाल ने अम्फान तूफान से भारी तबाही का मंजर देख रखा है. उस एक तूफान की वजह से कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी और करोड़ों का नुकसान हुआ था. अब जब यास तूफान के आने के आसार हैं, ऐसे में पहले से जरूरी तैयारी की जा रही है. पूरी कोशिश की जा रही है कि तबाही को कम किया जा सके और लोगों की जान को समय रहते बचा लिया जाए. अभी के लिए तो देश के कुछ हिस्से Tauktae तूफान से जूझ रहे हैं. तूफान चला गया है लेकिन उसका असर जमीन पर साफ महसूस किया जा सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुजरात में हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया है.
Tauktae तूफान का ही असर है कि दिल्ली और देश के कुछ दूसरे इलाकों में बारिश का दौर देखने को मिल रहा है. मौसम विभाग की तरफ से बताया गया है कि आने वाले दिनों में राजधानी में भारी बारिश के आसार हैं.