रेलवे ने वंदे भारत एक्सप्रेस को जमकर प्रमोट किया लेकिन उसके बाद भी राजस्थान की जनता वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को पसंद नहीं कर रही है. ऐसा रेलवे के आंकड़े कह रहे हैं. राजस्थान में चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में अजमेर-चंडीगढ़-अजमेर वंदे भारत ट्रेन को छोड़कर अन्य ट्रेनों में (50 प्रतिशत यात्री भार) आधी सीट खाली रहती हैं. ऐसे में रेलवे को नुकसान हो रहा है. रेलवे की तरफ से ट्रेनों के रूट में बदलाव किए गए हैं, जिससे यात्री बढ़ सकें.
अजमेर से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन का संचालन अब चंडीगढ़ तक किया जा रहा है. इसके अलावा जोधपुर से साबरमती के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन हो रहा है. साथ ही उदयपुर-जयपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन सप्ताह में तीन दिन उदयपुर से आगरा तक संचालित हो रही है. वंदे भारत ट्रेन के संचालन पर रेलवे का पूरा फोकस है. ट्रेनों की ब्रांडिंग में रेलवे ने पूरी ताकत झोंक दी लेकिन उसके बाद भी ज्यादा किराए के कारण जनता वंदे भारत ट्रेन को कम पसंद कर रही है. अजमेर-चंडीगढ़-अजमेर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को छोड़कर अन्य ट्रेन में आधी खाली दौड़ रही हैं.
रेलवे के आंकड़ों का नजर डालें तो एक जुलाई से 30 सितंबर तक गाड़ी संख्या 20977 चंडीगढ़ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन 79 फेरे लगाए. इससे रेलवे को 82.42 प्रतिशत आय हुई. इसी तरह से गाड़ी संख्या 20778 ने 79 ट्रिप लगाई. इससे 68.41 प्रतिशत आय हुई जबकि गाड़ी संख्या 12461 साबरमती वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन ने 78 ट्रिप लगाई. इससे 40.22 प्रतिशत, गाड़ी संख्या 12462 जोधपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की 77 ट्रिप से 46.3 प्रतिशत, गाड़ी संख्या 20979 उदयपुर जयपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की 66 ट्रिप से 38.7 प्रतिशत, गाड़ी संख्या 20980 जयपुर-उदयपुर एक्सप्रेस ट्रेन की 66 ट्रिप से 50.48 प्रतिशत, गाड़ी संख्या 20981 उदयपुर-आगरा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की 13 ट्रिप से 19.97 प्रतिशत और गाड़ी संख्या 20982 आगरा-उदयपुर ट्रेन की 13 ट्रिप से 25.8 प्रतिशत आय रेलवे को हुई. ऐसे में साफ है कि अजमेर-चंडीगढ़-अजमेर एक्सप्रेस ट्रेन के अलावा अन्य ट्रेनों से रेलवे को नुकसान पहुंच रहा है.
ट्रेनों के बदले जा रहे हैं रूट
उदयपुर से जयपुर के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन सप्ताह में 3 दिन आगरा कैंट तक हो रहा है तो अब जोधपुर से साबरमती के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी सप्ताह में 3 दिन जोधपुर से आगरा कैंट तक चलने का फैसला रेलवे की तरफ से लिया गया है. इसका प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है. मंजूरी मिलते ही इस ट्रेन का संचालन भी सप्ताह में 3 दिन आगरा कैंट तक होगा.
शताब्दी व राजधानी से अधिक किराया और समय बराबर
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का किराया डबलडेकर, शताब्दी व राजधानी ट्रेनों की तुलना में ज्यादा है जबकि यात्रा में समय डबल डेकर व शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के बराबर लगता है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन, डबल डेकर, शताब्दी एक्सप्रेस, राजधानी सुपरफास्ट सभी ट्रेनें समान रफ्तार से दौड़ रही हैं इसलिए यात्री इस ट्रेन को कम पसंद कर रहे हैं.
रेलवे अधिकारी ने क्या कहा
उत्तर पश्चिम रेलवे की जनसंख्या अधिकारी शशी किरण ने बताया कि रेलवे की तरफ से यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन किया जा रहा है. इस ट्रेन से ज्यादा ये ज्यादा लोगों को फायदा मिले, इसके प्रयास जारी हैं. जिन रूट पर यात्री भार कम है, उन रूटों में कुछ बदलाव किए गए हैं. नए रूट पर यात्रियों की संख्या बढ़ी है.