पुणे पुलिस ने एक बड़े स्क्रैप इंपोर्ट घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें देशभर के कई व्यापारियों को दुबई और तंजानिया से सस्ते स्क्रैप दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी की गई. खड़क पुलिस ने इस मामले के मास्टरमाइंड भूपेंद्रसिंह उर्फ संजय कुमार राघव को कोलकाता से गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपने बेटे पनवीरसिंह राघव के साथ मिलकर कई राज्यों में व्यापारी वर्ग को निशाना बनाया.
पूरा मामला तब सामने आया जब रविवार पेठ के एक तांबे के बर्तन बनाने वाले व्यापारी ने शिकायत दर्ज कराई. उसे अपने कारोबार के लिए बड़ी मात्रा में स्क्रैप की जरूरत थी. दिसंबर 2023 में उसकी मुलाकात मुंबई में इंडो अरफ़ी मेटल्स और सबपर्ला इंटरनेशनल एलएलपी चलाने वाले पिता-पुत्र से हुई. उन्होंने दावा किया कि उनका दुबई में ऑफिस है और तंजानिया में स्क्रैप सप्लाई कंपनी है, जहां से वे बहुत कम दाम में स्क्रैप भेज सकते हैं.
स्क्रैप इंपोर्ट घोटाले का खुलासा
व्यापारी का भरोसा जीतने के लिए आरोपी उसे दुबई और फिर तंजानिया लेकर गए. वहां उसे करीब 75 टन स्क्रैप दिखाया गया और कहा गया कि भुगतान होते ही माल भारत भेज दिया जाएगा. व्यापारी ने समझौता किया और अबू धाबी के एक खाते में 3.79 करोड़ रुपये भेज दिए. लेकिन भुगतान के बाद न तो माल आया और न ही पैसे वापस मिले. कई महीने बीतने के बाद व्यापारी ने खड़क पुलिस से संपर्क किया. पुलिस जांच में पता चला कि भूपेंद्रसिंह कोलकाता में छिपा है. एक विशेष टीम उसे पकड़कर पुणे लाई.
पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
जांच में यह भी सामने आया कि आरोपी पिता-पुत्र ने इसी तरीके से कोलकाता, केरल, ओडिशा और पंजाब के कई व्यापारियों को भी ठगा है. पुलिस को शक है कि घोटाला और बड़ा हो सकता है और कई व्यापारी अभी सामने नहीं आए हैं. खड़क पुलिस अब अन्य आरोपियों और पैसे की पूरी ट्रेल खंगाल रही है. पुलिस का कहना है कि आने वाले दिनों में और खुलासे हो सकते हैं.