पुणे में क्राइम ब्रांच के अनैतिक मानव तस्करी विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पिंपल सौदागर स्थित द ऑरा थाई स्पा में चल रहे प्रॉस्टिट्यूशन रैकेट का भंडाफोड़ किया. यह कार्रवाई तब हुई जब पुलिस को सूचना मिली कि रोज आइकॉन बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर दुकान नंबर 201 से 204 तक चल रहे इस स्पा में अवैध गतिविधियां हो रही हैं.
सूचना की पुष्टि करने के लिए पुलिस ने एक नकली ग्राहक भेजा. जानकारी सही मिलने के बाद पुलिस की टीम ने स्पा पर छापा मारा. छापेमारी के दौरान पुलिस ने सात युवतियों को बचाया. इनमें नागालैंड की तीन, मिजोरम की एक, त्रिपुरा की एक, केरल की एक और महाराष्ट्र की एक युवती शामिल है. सभी को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है.
स्पा की आड़ में देह व्यापार
जांच में सामने आया कि स्पा का मालिक अभिजीत लोरंस युवतियों को पैसे का लालच देकर इस गैर-कानूनी धंधे में फंसा रहा था. अभिजीत लोरंस की उम्र 30 साल है और वह पिंपल सौदागर में रहता है जबकि उसका मूल निवास तिरुवनंतपुरम, केरल है. इस मामले में सांगवी पुलिस स्टेशन में इंडियन पीनल कोड और PITA एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है. पुलिस ने अभिजीत लोरंस को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है.
पुलिस ने आरोपी को अरेस्ट किया
क्राइम ब्रांच की टीम अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस रैकेट में और कौन लोग शामिल हैं और कितने समय से यह अवैध गतिविधियां चलाई जा रही थीं. पुलिस का कहना है कि मानव तस्करी और इस तरह के अवैध धंधों के खिलाफ अभियान आगे भी जारी रहेगा.