महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधान परिषद में शिवसेना का नया सचेतक नियुक्त किया है. उन्होंने इस संबंध में डिप्टी स्पीकर नीलम गोरहे को पत्र भेजा है. इसमें बताया गया है कि शिवसेना विधायक दल की बैठक में विप्लव गोपीकिशन बाजोरिया को विधान परिषद में पार्टी के सचेतक के रूप में चुना गया है. माना जा रहा है कि उद्धव गुट के सामने नया संकट खड़ा हो गया है. क्योंकि विधान परिषद में अब उद्धव कैंप के MLC को भी नए सचेतक के व्हिप का पालन करना होगा.
वर्तमान में ऊपरी सदन में शिवसेना के 11 विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) में कोई बंटवारा नहीं है. एक को छोड़कर सभी एमएलसी उद्धव ठाकरे का समर्थन करते हैं. हाल ही में चुनाव आयोग (ECI) ने सीएम एकनाथ शिंदे खेमे को पार्टी का नाम और चिन्ह आवंटित करने के निर्णय लिया है, जिसके बाद शिवसेना नेता के रूप में सीएम शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को अपनी पार्टी का नया व्हिप नियुक्त करने के लिए पत्र जारी किया है.
उद्धव कैंप को शिंदे की शिवसेना के व्हिप का करना होगा पालन
निचले सदन (विधान सभा) में बहुमत हासिल करने के बाद अब उच्च सदन (विधान परिषद) में भी शिवसेना पर अधिकार जताने के लिए इसे सीएम शिंदे के एक और कदम के रूप में देखा जा रहा है. व्हिप नियुक्त होने के बाद उद्धव खेमे के एमएलसी को भी शिंदे की शिवसेना के व्हिप का पालन करना होगा. हालांकि विधान परिषद में विपक्ष के नेता शिवसेना के अंबादास दानवे ने स्पष्ट किया है कि नया व्हिप नियुक्त करने के फैसले की उन्हें जानकारी नहीं है क्योंकि वे पार्टी विधायक दल की बैठक का हिस्सा नहीं थे.
लेकिन माना जा रहा है कि सीएम शिंदे ने विधानसभा परिसर में विधायक कार्यालयों पर दावा करने के बाद शिवसेना की आधिकारिक स्थिति का दावा करने के लिए ठाकरे खेमे पर अपना पहला हमला किया है.