वोट चोरी के मुद्दे से इंडिया गठबंधन के नेता और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने किनारा कर लिया है. उन्होंने साफ़ कर दिया कि उनकी पार्टी का ‘वोट चोरी’ से कुछ लेना देना नहीं. INDIA गठबंधन का इस मुद्दे से कोई संबंध नहीं है और यह पूरी तरह कांग्रेस का अपना राजनीतिक एजेंडा है
उमर का ये बयान ऐसे समय आया है जब वोट चोरी के मुद्दे को कांग्रेस पार्टी केंद्र की मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर लगातार सवाल खड़े कर रही है. राजधानी दिल्ली के रामलीला मैदान में तो कांग्रेस ने 'वोट चोर गद्दी छोड़' रैली का भी आयोजन किया. इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी से लेकर कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल हुए.
इस रैली में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे. कांग्रेस नेताओं का आरोप था कि वोट चोरी BJP की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है और चुनाव आयोग सरकार के इशारे पर काम कर रहा है.
उमर अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ज़रूर INDIA गठबंधन का हिस्सा है, लेकिन उनके इस बयान से साफ़ है कि सहयोगी दल कांग्रेस की लाइन से पूरी तरह सहमत नहीं हैं. इस गठबंधन भले ही कांग्रेस सबसे बड़ी दल हो. लेकिन, गठबंधन के अंदर मुद्दों को लेकर एकरूपता नहीं है.
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बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अब्दुल्ला के बयान के बाद कांग्रेस का मजाक उड़ाया है. मालवीय ने कहा कि मुख्यमंत्री के असहमति ने साफ़ कर दिया है कि कांग्रेस के वोट चोरी के विश्वसनीयता पर भरोसा नहीं है.