हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि औरंगजेब के अत्याचारों के समय गुरु तेग बहादुर ने जिस साहस, त्याग और मानवता की रक्षा का संदेश दिया, वह पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्रोत है. उन्होंने कहा, "कश्मीरी पंडितों के संरक्षण के लिए गुरु जी का दिया गया महान बलिदान मानव इतिहास में अद्वितीय है."
मंगलवार को गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में नायब सिंह सैनी चौथी पवित्र तीर्थ यात्रा की यमुनानगर से शुरुआत कर रहे थे. यह यात्रा उस ऐतिहासिक जगह से शुरू हुई, जहां बाबा बंदा सिंह बहादुर ने धर्म की रक्षा के लिए कई महान कार्य किए थे.
सैनी ने कहा, "हरियाणा सरकार गुरुओं के इतिहास के संरक्षण और फैलाव के लिए काम कर रही है. इसी कड़ी में 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में राज्य स्तरीय शहीदी दिवस समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य अतिथि होंगे." मुख्यमंत्री ने संगत से अपील की है कि वे अपने परिवार सहित इस ऐतिहासिक मौके पर जरूर मौजूद रहें.
कुरुक्षेत्र तक पहुंचेगी यात्रा?
कार्यक्रम में हरियाणा सरकार के मंत्री, बीजेपी के सीनियर नेताओं और हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारी मौजूद थे. मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि यह तीर्थ यात्रा गुरु तेग बहादुर जी, भाई मतीदास जी, भाई सतिदास जी और भाई दयाला जी के उस अद्वितीय बलिदान को जन-जन तक पहुंचाने की कोशिश है, जिसने धार्मिक स्वतंत्रता और मानवता की रक्षा की नींव को सशक्त किया. उन्होंने बताया कि हरियाणा में कुल चार यात्राएं निकाली जा रही हैं. आज शुरू हुई यह यात्रा 24 नवंबर को कुरुक्षेत्र पहुंचेगी.
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सीएम ने निजी कोष से दिया 21 लाख
सीएम सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भी गुरु परंपरा के सम्मान के लिए महत्वपूर्ण पहलें की हैं, जिनमें करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण सबसे बड़ा उदाहरण है. इससे लाखों श्रद्धालुओं को ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन का मौका मिला है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की रक्षा का प्रतीक है. इस इतिहास को घर-घर तक पहुंचाना हमारा काम है. उन्होंने अपने निजी कोष से 21 लाख रुपए गुरुद्वारा साहिब को देने का ऐलान भी किया.