राजकोट जिले के जेतपुर शहर में धोराजी रोड पर फ्लाईओवर ब्रिज बनने के कारण रेलवे फाटक बंद कर दिए जाने से नाराज़ स्थानीय लोगों ने वंदे भारत ट्रेन को रोकने का प्रयास किया. रेलवे फाटक बंद किए जाने के मुद्दे पर स्थानीयों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया था. गुस्साए लोगों ने सोमवार शाम 4 बजे के आसपास सोमनाथ से अहमदाबाद जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को रोकने की कोशिश की, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया. वहीं स्थानीयों ने बंद रेलवे फाटक को फिर से खोलने की मांग की.
जेतपुर के धोराजी रोड पर हाल ही में 53 करोड़ रुपये की लागत से फ्लाईओवर ब्रिज बनाया गया है. इसके चलते वर्षों पुराना रेलवे फाटक बंद कर दिया गया है. हालांकि इस फाटक के बंद होने से जलाराम नगर–1, 2, 3 और नीलकंठ क्षेत्र सहित आसपास के लगभग 7 इलाकों के निवासियों की परेशानी बढ़ गई है. क्योंकि यह फाटक सीधे आवासीय क्षेत्र को जोड़ता था. लेकिन अब इसके बंद हो जाने से स्थानीय लोगों को अपने घर पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाकर जाना पड़ रहा है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी हो रही है.
यह भी पढ़ें: मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में फिर भड़की हिंसा, प्रदर्शनकारियों ने बरसाए पत्थर और ट्रेन रोकी, BSF तैनात
इसी कारण लोगों में भारी नाराजगी देखी गई और रेलवे फाटक को फिर से खोलने की मांग को लेकर स्थानीय निवासियों का आक्रोश फूट पड़ा. बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर उतर आए और वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के गुजरते समय उसे रोकने की कोशिश की. साथ ही लोग ट्रैक पर बैठ गए, जिससे मामला गंभीर बन गया.
घटना की गंभीरता को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने तुरंत वंदे भारत ट्रेन को जेतलसर जंक्शन पर रोक दिया. दूसरी ओर, विरोध की सूचना मिलते ही रेलवे RPF, उद्योगनगर पुलिस, सिटी पुलिस और तालुका पुलिस का बड़ा दल मौके पर पहुंचा. अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे स्थानीय लोगों को समझाने की कोशिश की और स्थिति को शांत कराया. पुलिस ने ट्रैक पर बैठे सभी लोगों को हटाया और ट्रैक पूरी तरह से क्लियर होने के बाद जेतलसर में रुकी वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया गया.
इस घटना के कारण कुछ समय के लिए ट्रेन संचालन प्रभावित हुआ. लेकिन फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. स्थानीय लोगों की मांग है कि आवागमन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए या फिर रेलवे फाटक को पुनः शुरू किया जाए ताकि लोगों को परेशानी न हो. फिलहाल पुलिस ने मामला शांत करा दिया है, लेकिन स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हुआ तो भविष्य में फिर से आंदोलन किया जाएगा।
(इनपुट- रौनक़ मजीठिया)