कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर गुजरात के दौरे पर हैं. पिछले 6 महीनों में यह उनका पांचवां दौरा है. राहुल गांधी इस दौरे पर जिला अध्यक्षों की तालीम शिविर में मार्गदर्शन देंगे, जिसका मकसद कांग्रेस संगठन को मजबूत करना है, जिससे 2027 में पार्टी सत्ता में लौट सके. इस दौरान उनका मुख्य जोर 'वोट चोरी' और गुजरात के मुद्दों पर रहेगा.
राहुल गांधी ने मार्च महीने में संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की थी, जिसके तहत कांग्रेस के मूल कार्यकर्ताओं और मजबूत नेताओं को जिला अध्यक्ष बनाया गया है. इन अध्यक्षों को आने वाले चुनावों में अपनी विधानसभा सीट पर उम्मीदवारों के चयन में शामिल होने की शक्ति मिलेगी.
राहुल गांधी का मानना है कि अगर बीजेपी को देश भर में हराना है, तो इसकी शुरुआत गुजरात से ही करनी होगी, इसीलिए वह गुजरात संगठन पर इतना जोर दे रहे हैं.
खड़गे ने किया शिविर का उद्घाटन...
दस दिन के इस तालीम शिविर का उद्घाटन दो दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया था. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ही कहीं कमी रही, जिसकी वजह से आज गुजरात के वो लोग देश पर राज कर रहे हैं, जो देश को कमजोर कर रहे हैं. उन्होंने जिला अध्यक्षों से खुद को मजबूत करने और लड़ाई में साथ देने का आग्रह किया.
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विचारधारा और रणनीति
तालीम शिविर में कांग्रेस नेताओं के बीच इस बात पर चर्चा की जा रही है कि सरदार पटेल, महात्मा गांधी और जवाहरलाल नेहरू की विचारधारा पर देश को कैसे आगे बढ़ाया जाए. कांग्रेस नेताओं को यह समझने और जनता को समझाने के लिए कहा जा रहा है, जिससे आने वाले दिनों में कांग्रेस को और मजबूती मिल सके. राहुल गांधी की तरफ से वोट चोरी का मुद्दा भी उठाया जाएगा.
सफलता की चुनौतियां
राहुल गांधी लगातार गुजरात में दौरे करके संगठन को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, उनकी इस मेहनत का नतीजा कितना सफल रहेगा, यह तो 2027 में ही पता चल पाएगा. गुजरात में कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी बीजेपी को हराने के लिए पूरी कोशिश कर रही है.