प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से आम आदमी पार्टी केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर है. अब दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने ईडी और तिहाड़ जेल प्रशासन पर कोर्ट को गुमराह करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि ईडी और तिहाड़ जेल प्रशासन ने केजरीवाल की इन्सुलिन की मांग का विरोध किया है. उन्होंने दावा किया कि कोर्ट में ईडी और तिहाड़ जेल के वकील ने कहा कि केजरीवाल को डॉक्टरों से नहीं मिलने देना चाहिए.
दिल्ली की पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है एजेंसी ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने राउज एवेन्यू कोर्ट में आवेदन किया था. वो अपने शुगर स्पेशलिस्ट डॉक्टर से बातचीत कर फिर से इन्सुलिन लेना चाहते हैं. केजरीवाल की इस याचिका का अदालत में ईडी और तिहाड़ जेल प्रशासन ने विरोध किया है.
आतिशी ने ईडी पर लगाए गंभीर आरोप
आतिशी के अनुसार, अदालत में पेश हुए ईडी और तिहाड़ के वकील ने कहा कि केजरीवाल को अपने डॉक्टर से नहीं मिलने देना चाहिए. हमें केजरीवाल को इन्सुलिन नहीं लेने देंगे. केजरीवाल को इन्सुलिन की जरूरत नहीं है. AIIMS के डॉक्टर सबसे अच्छे डॉक्टर हैं. वो बतायेंगे कि अरविंद केजरीवाल को इन्सुलिन की जरूरत है या नहीं.
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'केजरीवाल का नहीं हुआ एम्स के डॉक्टर से कंसल्ट'
उन्होंने आगे कहा कि आज मैं आपको AIIMS के डॉक्टर की सच्चाई बताना चाहती हूं. कोर्ट में कंसल्ट की बात कही, लेकिन अरविंद केजरीवाल को AIIMS के किसी डॉक्टर से कंसल्ट नहीं कराया गया था. AIIMS के इस कागज(डाइट चार्ट) के आधार पर केजरीवाल की इन्सुलिन का विरोध किया गया. ED, AIIMS से जिस डायटीशियन से स्टैंडर्ड डाइट चार्ट लेकर आई है. वो डायटीशियन MBBS डॉक्टर नहीं होते हैं. उन्होंने कोर्ट में जो डाइट चार्ट पेश किया वह एम्स के किसी डाइट स्पेशलिस्ट ने नहीं, बल्कि न्यूट्रिशन डिपार्टमेंट की एक न्यूट्रिशनिस्ट ने बनाया था. ED कोर्ट को गुमराह कर रहा है. ये साज़िश है. अरविंद केजरीवाल को इन्सुलिन न मिले इसके लिए षड़यंत्र रचा गया है.
अदालत ने सुरक्षित रखा था फैसला
केजरीवाल की डायबिटीज की रेगुलर जांच, डॉक्टर से कंसल्टेशन और इन्सुलिन की मांग वाली याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट सोमवार दोपहर एक बजे सुनवाई करते हुए अपना फैसला सुना सकती है. अदालत ने पिछली सुनवाई के दौरान केजरीवाल की इस याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था और कहा कि कोर्ट 22 अप्रैल को अपना फैसला सुनाएगा.
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पिछली सुनवाई के दौरान केजरीवाल के वकील ने कहा कि अर्जी पर जवाब की कोई जरूरत नहीं है. वहीं, ED ने कहा कि AIIMS के डॉक्टर को केजरीवाल की सेहत की जांच करने दी जाए. इस पर केजरीवाल के वकील ने कहा कि हमको ED की सलाह की जरूरत नहीं है. ED का इस मामले से कोई लेना देना नहीं है. केजरीवाल का खाना तीन बार चेक किया जाता है. तब उनको खाना दिया जाता है.
फॉलो करना चाहिए डाइट चार्ट
तिहाड़ जेल प्राधिकरण ने कहा कि केजरीवाल को डाइट चार्ट फॉलो करना चाहिए, इंसुलिन की कोई जरूरत नहीं है. अगर वह इंसुलिन लेंगे तो शुगर लेवल काफी कम हो जाएगा. एम्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें आम, चीकू, केला आदि से परहेज करना होगा.