गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी के बाद मामला लगातार हाई-प्रोफाइल होता जा रहा है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) मुख्यालय में हुई सुनवाई के दौरान रिमांड अवधि 7 दिन के लिए और बढ़ा दी गई है. सुरक्षा एजेंसियों को आशंका है कि अनमोल पर पेशी के दौरान किसी विरोधी गैंग द्वारा हमला किया जा सकता है.
खतरे को देखते हुए पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष NIA जज ने NIA हेडक्वार्टर में सुनवाई की. जज ने अनमोल की हिरासत अवधि बढ़ाकर 5 दिसंबर तक कर दी है. अनमोल बिश्नोई को हाल ही में अमेरिका से भारत लाया गया है. वह कई हाई-प्रोफाइल मामलों में आरोपी है, जिनमें मुंबई के NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की साजिश, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान के घर पर फायरिंग की साजिश जैसे केस शामिल हैं. NIA ने कोर्ट के सामने तर्क दिया कि अनमोल से पूछताछ बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि उसके जरिए गैंगस्टर नेटवर्क, फंडिंग और विदेशों से होने वाली गतिविधियों के बड़े खुलासे संभव हैं.
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जब अनमोल को पहली बार रिमांड पर भेजा गया था, तब कोर्ट ने NIA को कई कड़े निर्देश दिए थे, जिनमें हर 48 घंटे में मेडिकल परीक्षण, कोर्ट में पेशी के दौरान पूरे रूट की वीडियो रिकॉर्डिंग, पेशी से पहले यह बताना कि उसे किस रास्ते से लाया जाएगा, उसकी सुरक्षा व्यवस्था का विस्तृत विवरण कोर्ट को सौंपना शामिल है. सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कोर्ट ने NIA मुख्यालय में ही अस्थायी अदालत घोषित कर सुनवाई की.
लारेंस बिश्नोई के गैंग की बंबिहा गैंग समेत कई गैंग्स से दुश्मनी है, ऐसे में सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि विरोधी गैंग कोर्ट में पेशी के दौरान हमला कर सकता है, उसके बाद कानून व्यवस्था पर सवाल भी उठ सकता है. इसलिए एजेंसी फूंक-फूंककर कदम उठा रही है. इन्हीं हालात को देखते हुए NIA ने अदालत से आग्रह किया कि सुनवाई उनकी बिल्डिंग में ही कराई जाए. कोर्ट ने इसे मंजूरी देते हुए रिमांड 7 दिन बढ़ा दी है.