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फैक्ट चेक: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने वीडियो कॉल पर सीएम योगी को लगाई फटकार? जानिये इस वीडियो की असल कहानी

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने महाकुंभ को लेकर ये बयान सीएम योगी के साथ वीडियो कॉल के दौरान नहीं, बल्कि एक गुजराती पत्रकार को दिए गए  इंटरव्यू के दौरान दिए थे.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ को वीडियो कॉल करके महाकुंभ में हुई भगदड़ को लेकर फटकार लगाई.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
शंकराचार्य ने महाकुंभ की भगदड़ पर ये तीखी प्रतिक्रिया यूपी सीएम योगी के साथ वीडियो कॉल के दौरान नहीं, बल्कि एक गुजराती पत्रकार को दिए गए इंटरव्यू के दौरान दी थी.

महाकुंभ में मौनी अमावस्या के दौरान मची जानलेवा भगदड़ के बाद शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने आरोप लगाया कि यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ मौतों की बात छिपाने में लगे रहे. उन्होंने ये भी कहा कि सीएम झूठे हैं और उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.

उनके इस बयान के बाद से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसे शेयर करते हुए लोग कह रहे हैं कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने सीएम योगी को वीडियो कॉल पर फटकार लगाई है. इस वीडियो में शंकराचार्य महाकुंभ की व्यवस्थाओं की आलोचना करते दिख रहे हैं. शंकराचार्य के सामने खड़े एक व्यक्ति ने मोबाइल फोन पकड़ा हुआ है.

वीडियो में शंकराचार्य गुस्से में कहते हैं, “तो फिर तुम्हारी व्यवस्था कहां गई फिर, फिर तो जैसा पिछला कुंभ था वैसा ही तुम्हारा कुंभ हो गया विशेष कहां हुआ, तुम्हारा कुंभ तो विशेष होना चाहिए था न, तुम तो कह रहे थे मैंने पूरी व्यवस्था करी है, तुम तो कह रहे थे 40 करोड़ आने वाले हैं और 100 करोड़ की मैंने व्यवस्था की है, जब 100 करोड़ की व्यवस्था में 40 करोड़ आ रहे हैं तो व्यवस्था तुम्हारी बिगड़ क्यों जा रही है?”

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वीडियो को एक्स और फेसबुक पर शेयर करते हुए लोग लिख रहे हैं, “वीडियो कॉल पर योगी आदित्यनाथ जी को शंकराचार्य जी ने लगाई फटकार.... इस्तीफा दो.” कई लोग इसे सचमुच शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद और सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच वीडियो कॉल पर हुई बातचीत का वीडियो मान रहे हैं. ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

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आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने महाकुंभ को लेकर ये बयान सीएम योगी के साथ वीडियो कॉल के दौरान नहीं, बल्कि एक गुजराती पत्रकार को दिए गए  इंटरव्यू के दौरान दिए थे.

कैसे पता चली सच्चाई?

हमने देखा कि वायरल वीडियो पर “Chauchakme” नाम का वॉटरमार्क लगा हुआ है. इसके बारे में सर्च करने पर हमें Chauchak Media नाम के यूट्यूब चैनल पर शंकराचार्य का ये वीडियो बेहतर क्वॉलिटी में मिला. मगर यहां भी इसे योगी आदित्यनाथ के साथ वीडियो कॉल का ही बताया गया है.

अगर शंकराचार्य और सीएम योगी के बीच सार्वजनिक रूप से इस तरह की कोई वीडियो कॉल हुई होती, तो इस बारे में खबरें जरूर छपतीं. मगर खोजने पर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय खबर नहीं मिली.

हमने देखा कि वायरल पोस्ट के कमेंट सेक्शन में एक यूजर ने इस वीडियो को “जमावट” नाम के एक गुजराती चैनल के साथ शंकराचार्य के इंटरव्यू से संबंधित बताया है. इस चैनल पर हमें वायरल वीडियो वाला पूरा इंटरव्यू 3 फरवरी, 2025 को अपलोड किया हुआ मिला. करीब 13 मिनट के इस इंटरव्यू में वायरल वीडियो वाला हिस्सा 6:15 के मार्क पर देखा जा सकता है. इस वीडियो को देखने से ये साफ हो जाता है कि शंकराचार्य वायरल वीडियो में “जमावट” के साथ हुए उनके वीडियो इंटरव्यू में महाकुंभ वाला बयान दे रहे थे.

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इस वीडियो में बाईं तरफ एंकर हैं और दाईं तरफ शंकराचार्य को देखा जा सकता है.

 

इस इंटरव्यू में महाकुंभ वाले बयान के बाद एंकर शंकराचार्य से महाकुंभ में मरने वालों को मोक्ष मिलने वाले अन्य संतों के बयान के बारे में सवाल करती हैं. जिसके जवाब में शंकराचार्य वो बयान देते हैं जो वायरल वीडियो में भी है. वो 7:07 के मार्क पर कहते हैं, “देखिए जो कोई संत होगा, कोई महंत होगा कोई आचार्य होगा कोई विद्वान होगा वो अपनी बात कह सकता है लेकिन वो अपने मन से कुछ नहीं कह सकता है, ये हमारा सनातन धर्म है और सनातन धर्म में कोई भी बात आपको कहना है तो उसे शास्त्र प्रमाण के साथ कहना पड़ता है.”

वायरल वीडियो में एंकर के सवाल को एडिट करके हटा दिया गया है, जिससे ये न पता चल सके कि शंकराचार्य वीडियो कॉल पर किससे बात कर रहे हैं.

हमने देखा कि “जमावट” पर शंकराचार्य का इंटरव्यू लेने वाली एंकर का नाम देवांशी जोशी है. हमने देवांशी से वायरल वीडियो के बारे में जानकारी पाने के लिए संपर्क किया. देवांशी ने भी आजतक को यही बताया कि शंकराचार्य वायरल वीडियो में उनके साथ वीडियो कॉल पर इंटरव्यू के दौरान महाकुंभ से जुड़ा बयान दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि ये इंटरव्यू 3 फरवरी, 2025 को ऑनलाइन रिकॉर्ड किया गया था.

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हमने वायरल वीडियो के बारे में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरनंद की टीम से भी संपर्क किया. हमें उनके शिष्य और एडवोकेट बिपिन दवे ने बताया कि ये वीडियो देवांशी जोशी के साथ इंटरव्यू के दौरान का ही है. उन्होंने ये भी बताया कि वायरल वीडियो में शंकराचार्य के सामने मोबाइल उन्होंने ही पकड़ा है.

साफ है, शंकराचार्य के एक ऑनलाइन इंटरव्यू के वीडियो को सीएम योगी के साथ वीडियो कॉल से संबंधित बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.

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