दिल्ली चुनाव में मुस्तफाबाद सीट से असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने ताहिर हुसैन को टिकट दिया था. 2020 दिल्ली दंगों के मामले में जेल में बंद ताहिर हुसैन चुनाव तो हार गए मगर उन्हें 33 हजार से ज्यादा वोट मिले. अब सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है. वीडियो में ताहिर एक रोड शो के दौरान एक गाड़ी पर खड़े हैं और उनके चारों तरफ एआईएमआईएम समर्थकों का जनसैलाब दिख रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स की मानें तो ये वीडियो दिल्ली चुनाव के नतीजे आने के बाद का है, और ताहिर हुसैन ने हारने के बावजूद इतनी बड़ी रैली निकाली है.
वीडियो को एक्स और फेसबुक पर शेयर करते कई यूजर्स लिख रहे हैं, “दिल्ली दंगों का आरोपी ताहिर हुसैन को मुस्तफ़ाबाद के लोगों ने 30 हज़ार वोट दिया है और ये हार कर भी जुलूस निकाल रहा है। यह अपनीं ताकत का प्रदर्शन इसलिए कर पा रहा हैं ताकि पूरा भारत देख लों जहां हमें फांसी मिलनी चाहिये थी वहां भी कोलेजियम के *^&%& की मेहरबानी से अभी भी सलामत हूँ और कानून की धज्जियां उड़ाऊंगा?” ऐसे एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ताहिर हुसैन का ये वीडियो दिल्ली चुनाव प्रचार के समय का है, नतीजे आने के बाद का नहीं. ताहिर हुसैन फिलहाल जेल में बंद हैं.
कैसे पता चली सच्चाई?
चूंकि ताहिर हुसैन दिल्ली दंगों के आरोपी हैं, ऐसे में अगर नतीजों के बाद उन्होंने ऐसी कोई रैली की होती तो इस बारे में खबरें जरूर छपतीं. मगर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली. बल्कि खबरों में ये बताया गया है कि ताहिर हुसैन को सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव प्रचार के लिए 29 जनवरी से 3 फरवरी तक की सशर्त कस्टडी पैरोल दी थी. इस दौरान वे सुबह से शाम तक प्रचार के लिए जेल से बाहर आते थे.
कब और कहां का है वायरल वीडियो?
हमने वायरल वीडियो में एक दुकान के बोर्ड पर लिखे फोन नंबर पर संपर्क किया. “मौ. साहिल रोटी वाली” नाम की दुकान चलाने वाले साहिल ने हमें बताया कि उनकी ये दुकान मुस्तफाबाद में है.
इस जानकारी के आधार पर सर्च करने पर हमें ताहिर हुसैन के रोड शो के कई वीडियो मिले. इन वीडियो में ताहिर हुसैन को वायरल वीडियो वाले कपड़ों में, सुरक्षाकर्मियों के साथ उसी गाड़ी पर खड़ा देखा जा सकता है. ताहिर हुसैन के आधिकारिक फेसबुक पेज पर ये वीडियो 3 फरवरी 2025 को शेयर किये गए थे.

खबरों के अनुसार, दिल्ली चुनाव प्रचार के अंतिम दिन 3 फरवरी को ताहिर हुसैन ने मुस्तफाबाद में एक रोड शो किया था. ये उनकी कस्टडी पैरोल का भी आखिरी दिन था. द लल्लनटॉप की वीडियो रिपोर्ट में ताहिर को वायरल वीडियो वाले कपड़ों में देखा जा सकता है. यहां भी इस रैली को 3 फरवरी का ही बताया गया है.
हमने ताहिर हुसैन की टीम से भी संपर्क किया. उनकी टीम से जुड़े एक शख्स ने भी इस बात की पुष्टि की कि ये रैली 3 फरवरी को मुस्तफाबाद में ही निकाली गई थी, और 3 फरवरी के बाद से ताहिर हुसैन जेल में ही हैं.
दिल्ली चुनाव में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की है, जिनमें मुस्तफाबाद की सीट भी शामिल है जहां ताहिर हुसैन और ‘आप’ के अदील अहमद खान को हराकर बीजेपी के मोहन सिंह बिष्ट विधायक चुने गए हैं.
साफ है, ताहिर हुसैन के चुनाव प्रचार की रैली के वीडियो को नतीजों के बाद का बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.