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फैक्ट चेक: सिंदूर बांटने पर बिहार में पिटे बीजेपी पदाधिकारी? पांच साल पुराना है ये वीडियो

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में दावा किया जा रहा है कि बिहार में सिंदूर बांटने गए बीजेपी के पदाधिकारियों को महिलाओं ने पीटकर भगा दिया. आजतक की टीम ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इस वीडियो का फैक्ट चेक किया है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
बिहार में सिंदूर बांटने गए बीजेपी के पदाधिकारियों को महिलाओं ने पीटकर भगा दिया.
Social media users
सच्चाई
ये वीडियो अभी का नहीं बल्कि 2020 का है, जब बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनाव प्रचार के लिए गई बीजेपी की एक गाड़ी को नाराज महिलाओं ने भगा दिया था. 

पिछले कुछ दिनों से खबरें चल रही थीं कि बीजेपी ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का प्रचार करने के लिए घरों में महिलाओं को सिंदूर पहुंचाने का अभियान शुरू करने वाली है. लेकिन, 30 मई को इस दावे पर विराम लग गया जब सरकार ने इसे फेक बता दिया. 

इस बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो के साथ कहा जा रहा है कि बिहार में सिंदूर बांटने गए बीजेपी के पदाधिकारियों को महिलाओं ने पीटकर भगा दिया. 

वायरल वीडियो में किसी रिहायशी इलाके में एक गाड़ी दिख रही है, जिसपर बीजेपी के पोस्टर लगे हैं और चुनाव चिन्ह कमल बना है. सड़क पर कुछ महिलाएं खड़ी दिख रही हैं जो गाड़ी में बैठे लोगों को बुरा-भला कह रही हैं. वीडियो के आखिर में कुछ अन्य लोग गाड़ी पर लगे पोस्टर को फाड़ देते हैं और गाड़ी वहां से चली जाती है.

वीडियो को शेयर करते हुए लोग कैप्शन में लिख रहे हैं, “बिहार में भाजपा के पदाधिकारी सिंदूर बांट रहे थे तो बिहार की महिलाओं ने जमकर की ठुकाई. भाजपा भगाओ देश बचाओ”. इस दावे के साथ वीडियो फेसबुक और इंस्टाग्राम पर काफी शेयर हो रहा है. 

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आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो अभी का नहीं, बल्कि 2020 का है जब बिहार के मुजफ्फरपुर में चुनाव प्रचार के लिए गई बीजेपी की एक गाड़ी को इन नाराज महिलाओं ने भगा दिया था. 

कैसे पता की सच्चाई?

वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि इसे कई लोगों ने अक्टूबर 2020 में भी शेयर किया था. 

एक फेसबुक पेज से 24 अक्टूबर, 2020 को इस वीडियो का लंबा वर्जन शेयर किया गया था. पोस्ट में बताया गया है कि ये वीडियो मुजफ्फरपुर के कुढ़नी इलाके का है, जहां एक गांव में जब बीजेपी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता की चुनाव प्रचार की गाड़ी पहुंची तो महिलाओं ने गालियां देकर उन्हें भगा दिया.

उस समय कई और भी लोगों ने इसी जानकारी के साथ वीडियो के लंबे वर्जन को शेयर किया था. इस वीडियो की शुरूआत में एक आदमी को केदार गुप्ता का नाम बोलते हुए भी सुना जा सकता है. गाड़ी पर ‘आत्मनिर्भर बिहार’ के पोस्टर लगे दिख रहे हैं जिन्हे बाद में लोग फाड़ देते हैं.

इस घटना को लेकर 25 अक्टूबर, 2020 को जनसत्ता ने एक खबर भी छापी थी. इस खबर में लिखा है कि इन महिलाओं का कहना था कि पांच साल में चुनाव के समय ही विधायक को उनकी याद आई, लेकिन इससे पहले उनकी कोई सुध नहीं ली गई. वीडियो के लंबे वर्जन में भी एक महिला को ये कहते हुए सुना जा सकता है. 

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उस समय बिहार में विधानसभा चुनाव चल रहे थे. बीजेपी ने कुढ़नी से केदार प्रसाद गुप्ता को खड़ा किया था. लेकिन वो चुनाव हार गए थे. मगर 2022 में इस सीट पर उपचुनाव हुए और केदार प्रसाद गुप्ता चुनाव जीत गए. 

इस तरह ये बात साबित हो जाती है कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है.

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