समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को आजतक की ओर से आयोजित 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान 'पीडीए की फाइनल परीक्षा'सेशन में समसामयिक मामलों पर आधारित सवालों के जवाब दिए. उन्होंने इस दौरान SIR, ईवीएम, विधानसभा चुनाव की तैयारी, बिहार चुनाव पर अपनी बात रखी. इसी दौरान एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने सत्ता में वापसी पर गरीब महिलाओं को सालाना 40 हजार रुपये देने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, यूपी अलग है और यहां पीडीए अगले चुनाव जो 2027 में होने वाले हैं, उसके लिए तैयार है.
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश का चुनाव सिर्फ एक राज्य का चुनाव नहीं होता, बल्कि यह देश की राजनीति की दिशा तय करता है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां से प्रधानमंत्री चुनाव लड़ते हैं. देश के रक्षा मंत्री भी इसी राज्य से चुनाव लड़कर आते हैं. इसलिए 2027 का यूपी चुनाव स्वाभाविक रूप से देश की राजनीतिक धुरी बनेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव में अब 400 से कम दिन बचे हैं और समाजवादी पार्टी इसकी तैयारी काफी पहले, लोकसभा चुनावों के दौर से ही कर रही है.
उन्होंने कहा कि, 'तैयारी इसलिए भी जरूर है क्योंकि जिनसे मुकाबला है, वह बहुत तैयारी के साथ चुनाव लड़ती है.' अखिलेश यादव ने आगे यह भी जोड़ा कि उनकी तैयारी अच्छी है और पीडीए तैयार है, इसीलिए हम पर SIR थोपा जा रहा है.
इसी सिलसिले में उन्होंने बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि 10 हजार बहुत बड़े होते हैं और जब समाजवादी पार्टी की सरकार आएगी तो गरीब महिलाओं को साल में 40 हजार देंगे.
अखिलेश यादव ने कहा कि, '10 हजार रुपये बहुत बड़े होते हैं. अब बहुत सारी माताएं-बहनें 10 हजार रुपये का इंतजार कर रही हैं लेकिन उनके साथ धोखा हो गया. हम लोगों ने भी तैयारी कर ली है. मुझे याद है.यूपी में सपा ने समाजवादी पेंशन के माध्यम से महिलाओं को 500 रुपये देना शुरू किया था.'
आगे अखिलेश यादव ने कहा कि, 'उसके बाद जो चुनाव था, उसमें हजार रुपये हम देने जा रहे थे. उसके बाद जब लोकसभा चुनाव आए तब हम ढाई हजार देने जा रहे थे. वह पिछला चुनाव जीत गए और अगला चुनाव जब होने जा रहा है 2027 का तो हमने बीजेपी से सीख कर हिसाब-किताब लगाया है. अगर हमारी माताएं-बहनें जो यूपी की थीं, उन्होंने जो पैसा खोया है 500-500 और 500 और हिसाब लगाया तो लगभग तीन हजार रुपया बनते हैं. 12 महीने देना है तो हुआ 36 हजार रुपये. इतने साल से जो पैसे नहीं मिले तो उसका इंट्रेस्ट लगा लें तो हो जाते हैं चालीस हजार रुपये.' उन्होंने कहा कि 'हम समाजवादी लोग तय करेंगे कि गरीब माताओं-बहनों को साल में हमलोग 40 हजार रुपये देने जा रहे हैं.