शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की फिल्म पठान के गाने बेशर्म रंग पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस गाने में दीपिका के भगवा बिकिनी पहनने को लेकर विवाद काफी आगे बढ़ चुका है. अब टीएमसी सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने अपने फेवरेट गानों की लिस्ट शेयर की है. इसमें पठान फिल्म का 'बेशर्म रंग' गाना भी शामिल है. इससे पहले गुरुवार को ही सेंट्रल फिल्म सर्टफिकेशन बोर्ड ने इस गाने में बदलाव करने की हिदायत मेकर्स को दी थी.
टीएमसी सांसद ने किया ट्वीट
अभिषेक बनर्जी ने एक ट्वीट किया है. इसमें उन्होंने 2022 के अपने फेवरेट सॉन्ग्स की लिस्ट शेयर की है. इस लिस्ट में पठान के गाने बेशर्म रंग का भी नाम है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'म्यूजिक दुनिया को बेहतर बनाता है. ये साल बढ़िया एक्सपीरिएंस वाला रहा, इसमें मेरे साथ कुछ मधुर मेलोडी थीं. इस साल जो गाने मैंने सुने उनकी लिस्ट ये रही. ये 2022 के मेरे फेवरेट गाने हैं. उम्मीद करता हूं, आपको ये गाने पसंद आएंगे.'
इसी के साथ एक और अपडेट सामने आया है. सांसद अभिषेक बनर्जी ने एमपी कप फाइनल के नाम से क्रिकेट टूर्नामेंट की शुरुआत की थी. इसका फाइनल शुक्रवार, 30 दिसंबर को डायमंड हार्बर में होने वाला है. इस इवेंट की एन्डिंग सेरेमनी में बेशर्म रंग गाने की सिंगर शिल्पा राव परफॉर्म करने वाली हैं.
MUSIC MAKES THE WORLD A BETTER PLACE. This year has been an enlightening experience for me with these marvellous melodies being a part of it!
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) December 29, 2022
Here’s what I’ve been listening to this year - MY FAVOURITE SONGS OF 2022. Hope you enjoy it as much as I did! https://t.co/szY9Ua6y6Q pic.twitter.com/v0IoDuO3Yf
'पठान' में हो सकते हैं बदलाव?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म पठान को सर्टिफिकेशन के लिए CBFC एग्जामिनेशन कमिटी भेजा गया था. CBFC गाइडलाइंस के हिसाब से फिल्म को बारीकी से देखा गया है. कमिटी ने मेकर्स को फिल्म में कुछ बदलाव करने की सलाह दी है. ये बदलाव फिल्म के गानों को लेकर भी हैं. कमिटी ने पठान के थिएटर में रिलीज से पहले रिवाइज्ड वर्जन को सब्मिट करने का आदेश दिया है.
एजेंसी के अनुसार, CBFC सूत्र का कहना है कि ''सेंसर बोर्ड हमेशा ही क्रिएटिव एक्सप्रेशंस और लोगों की सेंसिबिलिटी के बीच सही तालमेल बनाकर रखती है. हम भरोसा करते हैं कि आपस में बातचीत के जरिए सभी मुद्दों का समाधान ढूंढा जा सकता है. जब तक सुझाए बदलावों पर काम होता है, मैं ये बताना चाहूंगा कि हमारी संस्कृति और भरोसा गौरवशाली, जटिल और सूक्ष्म है.''
''हमें ध्यान देना होगा इसे किसी किस्से के जरिए ना परिभाषित किया जाए. जो सच और वास्तविकता से ध्यान भटकाए. जैसा कि मैंने पहले भी कहा था कि क्रिएटर्स और ऑडियंस के बीच भरोसे को बचाए रखना बहुत जरूरी है. क्रिएटर्स को इसी दिशा में काम करना चाहिए.''