उत्तर प्रदेश में अमेठी से पहले पड़ता है फूलपुर. देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू यहीं से चुनकर आते थे. इस सीट को दोबारा हासिल करने के लिए कांग्रेस ने इस बार क्रिकेटर मोहम्मद कैफ को चुनाव मैदान में उतारा है. क्रिकेट की पिच से राजनीति की पगडंडी पर उतरने वाले वह इकलौते शख्स नहीं हैं. उनका कहना है कि वह कांग्रेस की विचारधारा से जुड़ाव महसूस करते हैं और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद उनके मन में चुनाव लड़ने को लेकर कोई संशय नहीं रहा.
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राहुल से मुलाकात के दौरान नर्वस था'
भारत के लिए 125 वनडे मैच खेल सके कैफ ने राहुल से मुलाकात का जिक्र करते हुए बताया, 'मैं दो बार उनसे मिला हूं. मैं थोड़ा नर्वस था. पर वह
अच्छे मूड में थे. मुझे थोड़ा वक्त चाहिए था. लेकिन उनसे मिलने के बाद मेरे मन में कोई संशय नहीं रह गया.
उन्होंने हौसला बढ़ाते हुए कहा कि मेरे जैसे लोगों की राजनीति में जरूरत है.'
कांग्रेस को ही क्यों चुना, इस पर कैफ कहते हैं, '120 साल पुरानी यह पार्टी 'फादर ऑफ द नेशन' है. मैं उनकी विचारधारा और राजनीति का प्रशंसक हूं. कांग्रेस लोगों को आगे ले जाती है और उन्हें आजादी देती है.'
'पॉलिटिक्स में भी 'नो स्लेजिंग'
मैदान पर अपने सौम्य व्यवहार के लिए जाने जाने वाले कैफ ने कहा कि राजनीति की गलियों में भी वह कोई
'स्लेजिंग' नहीं करेंगे, 'फेयरप्ले' खेलेंगे और विपक्ष का भी सम्मान करेंगे. उन्होंने एक बार फिर कहा कि वह
राजनीति के साथ-साथ क्रिकेट भी खेलते रहेंगे.
उन्होंने बताया, 'मैं इलाहाबाद और फूलपुर में ही पला बढ़ा हूं. पिछले कुछ हफ्तों में मैंने चुनाव लड़ने का मन बनाया. यह मेरे लिए सही मौका है, समाज को कुछ वापस लौटाने का.'
'युवाओं तक पहुंचना चाहता हूं'
अपनी राजनीतिक समझदारी पर बात करते हुए कैफ कहते हैं, 'मैं 33 साल का हूं. छोटे बैकग्राउंड से आता हूं
जब लोगों से मिलता हूं तो उनके बारे में जानने-सीखने की कोशिश करता हूं. अब युवा महत्वपूर्ण हो गए हैं. मैं
उन तक पहुंचना चाहता हूं. मैं कल से घूमना और उनकी जरूरतें जानना शुरू कर दूंगा.'
कैफ बताते हैं कि उनका क्रिकेट करियर अभी खत्म नहीं हुआ. वह बोले, 'चार-पांच दिन पहले ही मैं खेल रहा था. राजनीति और क्रिकेट दोनों एक साथ करने की कोशिश करूंगा. हालांकि यह चैलेंजिंग होगा. लेकिन राजनीति ही अब मेरी प्राथमिकता है. लेकिन चुनाव जीतने के बाद क्रिकेट खेलना जारी रखूंगा.'
'अब लौटाने का समय है'
बतौर नेता पहला सबक क्या रहा, पूछने पर कैफ बोले, 'मेरा कोई राजनीतिक बैकग्राउंड नहीं है. मैं नया हूं, पर
मुझे कहीं से तो शुरू करना ही था. मैं दुनिया में कई जगह घूमा हूं और अलग-अलग तरह के लोगों से मिला
हूं. मैंने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. अब मैं कुछ लौटाना चाहता हूं.'
उन्होंने कहा कि लोग बेसिक जरूरतों की बात करते हैं-घर, बिजली, नौकरी वगैरह. लेकिन वह इसमें और भी बहुत कुछ जोड़ना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वह क्रिकेट के अलावा, बाकी खेलों की भी मदद करेंगे.