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'तानाशाह घबराहट में...', बंगाल बीजेपी ने हिटलर से की ममता बनर्जी की तुलना

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गरमा गई है. बीजेपी की बंगाल यूनिट ने सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को तानाशाह बताते हुए हिटलर से जोड़ा है, जिससे राजनीतिक विवाद और तेज हो गया.

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बीजेपी ने सोशल मीडिया पोस्ट में ममता बनर्जी की तुलना हिटलर से की है. (File Photo: ITG)
बीजेपी ने सोशल मीडिया पोस्ट में ममता बनर्जी की तुलना हिटलर से की है. (File Photo: ITG)

भारत के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में सूबे की सियासत हवा में कई तरह के मुद्दे तैरने शुरू हो गए हैं. राजनीतिक गलियारों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. सियासी पार्टियां अपने-अपने स्तर पर तैयारियों और हवा का रुख बदलने की कोशिश में लगी हुई हैं. इस बीच, भारतीय जनता पार्टी की बंगाल यूनिट ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसा है. 

बीजेपी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सीएम ममता को 'तानाशाह' बताया है और उन्हें हिटलर से जोड़ा है. ममता बनर्जी के चेहरे की फोटो जर्मनी के कुख्यात शासक रहे एडोल्फ हिटलर के साथ फ्रेम में लगाते हुए पोस्ट किया गया है.

बीजेपी की इस सोशल मीडिया पोस्ट में बाद सूबे नए सियासी तूफान की शुरुआत हो गई है. पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया, "तानाशाह घबरा गया है."


नया नहीं है टकराव...

पश्चिम बंगाल में राजनीतिक टकराव पहले से ही चल रहा है. अर्जेंटीना के फुटबॉल लेजेंड लियोनेल मेसी के G.O.A.T टूर के दौरान फैंस ने कोलकाता के एक स्टेडियम में तोड़फोड़ की, जिसके बाद बीजेपी ने राज्य की ममता सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस गड़बड़ी के लिए माफ़ी मांगी और कहा कि वह इन घटनाओं से 'बहुत परेशान और हैरान' हैं. वहीं, बीजेपी ने उन पर 'घड़ियाली आंसू बहाने' का आरोप लगाया और इस हंगामे को राज्य और फुटबॉल के खेल का 'अपमान' बताया.

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यह भी पढ़ें: 12 हजार तक का टिकट, स्टेडियम में 70 हजार दर्शक... मेसी के कोलकाता इवेंट में क्यों बेकाबू हुए फैन्स?

शनिवार को, जब सॉकर सुपरस्टार मेसी 'मिसमैनेजमेंट' की वजह से मैदान पर सिर्फ़ 10 मिनट रहने के बाद शहर के मशहूर विवेकानंद युवाभारती सॉल्ट लेक स्टेडियम से चले गए, तो मेसी को देखने के लिए भारी रकम देकर टिकट खरीदने वाले फुटबॉल फैंस निराश हो गए और उन्होंने स्टेडियम की प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाया.

बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने इस हंगामे के लिए तृणमूल सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया. हालांकि, सत्ताधारी पार्टी ने मशहूर फुटबॉल स्टेडियम में हुई घटनाओं से खुद को अलग कर लिया और कहा कि यह कार्यक्रम एक प्राइवेट एजेंसी ने आयोजित किया था.

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