पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहा है. उससे पहले प्रदेश में चुनाव आयोग की ओर से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) किया गया और ड्राफ्ट को भी तैयार कर लिया गया. आयोग की ओर से कुल 58 लाख नामों को हटाया गया है. जिन लोगों को इस ड्राफ्ट पर आपत्ति है, वह 15 जनवरी तक इसके खिलाफ शिकायत कर सकते हैं.
चुनाव आयोग की ओर से मतदाता सूची की लिस्ट जारी किए जाने के बाद दानकुनी नगरपालिका के वार्ड नंबर 18 से TMC पार्षद सूर्य डे ने दावा किया है कि उनके नाम को मृत मतदाताओं की सूची में डाल दिया गया है.
टीएमसी पार्षद ने इसे लेकर मंगलवार को खुद को ‘मृत’ घोषित किए जाने के विरोध में श्मशान पहुंचकर प्रदर्शन किया. उन्होंने दावा किया कि SIR प्रोसेस के दौरान सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी की थीं. उन्होंने बूथ लेवल अधिकारी के पास एनुमरेशन फॉर्म भी जमा किया था और आवश्यक दस्तावेज भी दिए थे.
टीएमसी पार्षद का कहना है कि ये बहुत बड़ी गलती है. सारे औपचारिकताओं को पूरे किए जाने के बावजूद गलती होना खतरनाक प्रशासनिक चूक और बेहद गंभीर मामला है.
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इस विरोध के तहत टीएमसी पार्षद अपने समर्थकों के साथ कोलकाता के पास स्थित कालीपुर श्मशान पहुंचे. वहां उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि जब चुनाव आयोग ने कागजों में उन्हें मृत घोषित कर ही दिया है, तो अब इस प्रक्रिया को पूरा करते हुए उनका अंतिम संस्कार भी कर देना चाहिए.
उन्होंने कहा कि वे खुद चलकर श्मशान आए हैं, सांस ले रहे हैं, बोल रहे हैं और विरोध जता रहे हैं, फिर भी कागजों में उन्हें खत्म कर दिया गया है.
टीएमसी पार्षद का मामला तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. TMC के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने भी इस मामले को लेकर चुनाव आयोग से सवाल पूछते हुए कहा कि यह लोकतंत्र के साथ मजाक किया जा रहा है.