जन सुराज अभियान के संरक्षक प्रशांत किशोर ने बेतिया में चुनावी रैली के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और बिहार के विपक्षी नेता तेजस्वी यादव पर तीखे आरोप लगाए. उन्होंने केंद्र और राज्य दोनों पक्षों पर जनता के साथ वादाखिलाफी करने और भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया.
छठ पर ट्रेनों के संचालन को लेकर बोला हमला
पीके ने कहा कि मोदी ने बिहार के लिए छठ पर 12 हजार ट्रेनों का वादा किया था, लेकिन आज बिहार के बच्चे देशभर के स्टेशनों पर लाठी और धक्का खा रहे हैं. उन्हें ट्रेन की सीढ़ियों व शौचालय में बैठकर सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है. उनका तर्क था कि वादे हवा-हवाई रहे और जनता को वास्तविक लाभ नहीं मिला.
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अमित शाह पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उम्मीदवार लूटने का नया काम शुरू कर दिया है. हमारे 3-4 उम्मीदवार लूटे गए. हालांकि गोपालगंज में एक उम्मीदवार को सूद समेत वापस कर दिया गया. पीके ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया. साथ ही स्थानीय स्तर पर दल-बदली व जातिगत राजनीति पर भी उन्होंने सवाल उठाया.
तेजस्वी यादव पर भी बोला हमला
प्रशांत किशोर ने विपक्षी नेता तेजस्वी यादव पर भी तीखा हमला बोला. उन्होंने कहा कि थोड़े दिन बाद तेजस्वी यादव कहेंगे कि ‘हमें मुख्यमंत्री बना दीजिए, हम बिहार को सोने की लंका बना देंगे’. लेकिन 18 साल में इनके मां-बाप ने जनता को लूटकर कंगाल कर दिया. अब यही लोग फिर से कह रहे हैं -‘हमें बनाइए ताकि हम फिर लूट सकें.'
चंपारण को जन-सुराज की जन्मभूमि बताया
पीके ने चंपारण को महात्मा गांधी की कर्म भूमि बताकर कहा कि यहीं से जनसुराज की शुरुआत हुई है. उन्होंने भरोसा जताया कि यह मुहिम बिहार में फैले राजनीतिक शोषण और ‘बंधुआ मजदूरी’ जैसी व्यवस्थाओं को खत्म करने वाली होगी. उन्होंने जनता से मतदान के जरिए बदलाव लाने की अपील की.