पटना में महागठबंधन की चौथी बैठक शुरू हो गई है. तेजस्वी के पोलो रोड स्थित आवास पर हो रही इस बैठक में आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों को लेकर चर्चा की जा रही है. बैठक में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस, वाम दल (सीपीआई, सीपीआई(एम), सीपीआई(एमएल)) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख नेता शामिल हैं.
महागठबंधन द्वारा गठित विभिन्न समन्वय समितियों (कॉर्डिनेशन कमेटियों) के बाद ये पहली साझा बैठक है, जिसमें आगामी चुनावी रणनीति और गठबंधन के भविष्य की दिशा तय की जाएगी.
तेजस्वी के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक में सबसे अहम मुद्दा सीट-बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का होगा. महागठबंधन के घठक दलों को उम्मीद है कि बैठक इन मुद्दों को सुलझा लिया जाएगा.
सूत्रों के अनुसार, आरजेडी तेजस्वी यादव को गठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने के पक्ष में है. तेजस्वी के नेतृत्व में गठबंधन ने 2020 के विधानसभा चुनाव में मजबूत प्रदर्शन किया था और पार्टी का मानना है कि उनकी लोकप्रियता गठबंधन को मजबूती देगी. हालांकि, कांग्रेस इस को लेकर थोड़ी असहज है. कांग्रेस चाहती है कि सीएम के चेहरे पर फैसला अंतिम वक्त पर लिया, जिससे गठबंधन में मजबूती बनी रहेगी.
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सीट-बंटवारे पर फंसा पेच
वहीं सीट-बंटवारे का मुद्दा भी गठबंधन के लिए चुनौती बना हुआ है. 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से 75 सीटें जीतीं थीं तो कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था. पर महज 19 सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार कांग्रेस ज्यादा सीटों की मांग कर रही है. कांग्रेस के अलावा वाम दलों और वीआईपी भी पिछले बार से ज्यादा सीटों की मांग कर रहे हैं जो महागठबंधन के लिए चुनौती बनी हुई है.
इन मुद्दों पर घेरने की होगी तैयारी
आज की बैठक में महागठबंधन के नेता बिहार में सत्तारूढ़ NDA (BJP-JDU गठबंधन) के खिलाफ एकजुट रणनीति तैयार करने पर भी चर्चा करेंगे.महागठबंधन बिहार में बेरोजगारी, महंगाई, पलायन, शिक्षा और कानून-व्यवस्था जैसे मुद्दों को महागठबंधन अपने चुनावी अभियान का मुख्य आधार बनाना चाहता है.
40-45 सीट हैं हमारा लक्ष्य
वहीं, बीते दिनों CPI (ML) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि हम विधानसभा चुनाव में लगभग 40-45 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे हैं. आने वाले दिनों में महागठबंधन में चर्चा एक साझा एजेंडे को आकार देने और सीट बंटवारे के फार्मूले पर पहुंचने के इर्द-गिर्द केंद्रित होगी.
सीपीआई (एमएल) लिबरेशन, एक प्रमुख वामपंथी पार्टी है जो वर्तमान में बिहार में कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के बाद इंडिया ब्लॉक का तीसरा सबसे बड़ा दल है. वर्तमान में उनके 11 विधायक हैं.
चिराग पासवान में भी करेंगे मीटिंग
वहीं, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) भी आज दोपहर 1 बजे राज्य कार्यकारिणी की बैठक करेगी, जिसमें 2025 विधानसभा चुनावों की तैयारी को लेकर चर्चा होगी और बैठक में चिराग की उम्मीदवारी को औपचारिक रूप दिया जा सकता है.
इसके अलावा कांग्रेस गुरुवार को बिहार के 25 जिलों के रोजगार कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन करेगी, जिसमें एनडीए सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर घेरा जाएगा.
अक्टूबर-नवंबर में हो सकते हैं चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने की संभावना है. एनडीए के 'डबल इंजन' सरकार के खिलाफ इंडिया गठबंधन जनता के बीच असंतोष को भुनाने की कोशिश कर रहा है. नीतीश कुमार की JDU और BJP की एकजुटता को तोड़ने के लिए गठबंधन सामाजिक गठजोड़ और मुद्दों पर आधारित रणनीति बना रहा है.