बिहार में दूसरे चरण के मतदान से पहले आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने एनडीए और केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला. उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बिहार में आज भी गरीबी, बेरोजगारी और पलायन बढ़ रहा है और एनडीए ने 20 साल के शासन में राज्य को पिछाड़ दिया है. इस दौरान तेजस्वी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाए.
उन्होंने कहा, 'ये बड़ा सवाल खड़ा हो गया है. पुलिस ऑब्जर्वर में अधिकतर बीजेपी शासित राज्यों से हैं. 68 प्रतिशत पुलिस ऑब्जर्वर बीजेपी शासित राज्यों से हैं. स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी बार-बार बंद हो रहे हैं. बीजेपी या एनडीए शासित राज्यों से चुनाव के लिए कंपनियां (फोर्स) आई हैं. कुल 208 कंपनियां भाजपा शासित राज्यों से आई हैं.'
बीजेपी ने दिया आरोपों का जवाब
वहीं बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने तेजस्वी के आरोपों को झूठा बताया है. उन्होंने कहा, 'देश में ज्यादातर राज्य बीजेपी शासित हैं, इसलिए सुरक्षा बल वहीं से आए हैं. पंजाब से भी फोर्स आई है, उसका नाम क्यों नहीं लिया?'
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उन्होंने कहा, 'जब जनता इस देश में बीजेपी शासित राज्य ही बनाना चाहती है तो हमारा क्या दोष है. आपकी सरकार इसलिए नहीं है क्योंकि जनता आपको नकार चुकी है. आप झूठे वादे करते हैं. अफवाहें फैलाते हैं. जनता बीजेपी पर भरोसा करती है, इसलिए हमारी सरकारें बन रही हैं.' उन्होंने कहा कि तेजस्वी को हार का डर सता रहा है, इसलिए वो भ्रामक बयान दे रहे हैं. जनता ने मन बना लिया है फिर एक बार एनडीए की सरकार बन रही है.
'इस बार नौकरी वाली सरकार लाने का समय है'
तेजस्वी यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'अब बिहार के लोग बदलाव के मूड में हैं. इस बार नौकरी वाली सरकार लाने का समय है.' उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बिहार में जो बातें कर रहे हैं, अगर गुजरात में करते तो बेहतर होता. उनके पास कोई विजन नहीं, कोई रोडमैप नहीं है. बस जुमलेबाजी है. वो गाने गा रहे हैं. पता नहीं कौन सी वेब सीरीज देख रहे हैं. इतना फुर्सत का समय है प्रधानमंत्री के पास.
'मैंने कलम और नौकरियां बांटी लेकिन वो नहीं दिखता'
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने बिहार में लाखों कलम और नौकरियां बांटीं, लेकिन प्रधानमंत्री को वो नहीं दिखा. दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी और मंगल पांडे का फर्जीवाड़ा इन्हें नजर नहीं आता. पीएम ने बिहार के दुर्दांत अपराधियों के साथ मंच साझा किया, क्या वो साधु-महात्मा लगते हैं? सृजन घोटाले के आरोपी बिपिन शर्मा को एयरपोर्ट पर बुलाकर पीठ थपथपाई गई. कथनी और करनी में इतना फर्क है. इन्हें बिहार आने में शर्म आनी चाहिए.'