बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने अभूतपूर्व इंतज़ाम किए हैं. राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने गुरुवार को बताया कि इस बार 4 लाख से अधिक सुरक्षा बल चुनाव ड्यूटी में तैनात किए जाएंगे ताकि मतदान पूरी तरह निष्पक्ष और शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो.
CAPF की 1500 कंपनियां होंगी तैनात
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक अब तक 500 कंपनियां केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) की राज्य में तैनात हो चुकी हैं. अगले दो-तीन दिनों में 500 और कंपनियां आएंगी, जबकि अक्टूबर के तीसरे सप्ताह तक 500 अतिरिक्त कंपनियां बिहार पहुंच जाएंगी. एक कंपनी में लगभग 100 जवान होते हैं.
बिहार पुलिस के 60,000 जवान भी चुनाव ड्यूटी में शामिल होंगे. इसके अलावा अन्य राज्यों से 2,000 रिज़र्व बटालियन के जवान, 30,000 बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस कर्मी, 20,000 से अधिक होमगार्ड, 19,000 नए भर्ती हुए कॉन्स्टेबल और करीब डेढ़ लाख चौकीदार भी चुनाव ड्यूटी में तैनात होंगे.
कुल चार लाख जवानों की चुनाव ड्यूटी
डीजीपी ने कहा कि इस बार दूरदराज़ इलाकों में जवानों की तैनाती सड़क मार्ग से की जाएगी. उन्होंने कहा, 'राज्य में सड़क ढांचा काफी बेहतर हो चुका है, खासकर ग्रामीण इलाकों में, इसलिए पहली बार हेलीकॉप्टर से जवानों की तैनाती नहीं होगी. सभी सुरक्षाकर्मी सड़क मार्ग से ही अपने-अपने ड्यूटी स्थल तक पहुंचेंगे.'
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नक्सल गतिविधियों में पिछले कुछ सालों में काफी कमी आई है, लगातार की गई सुरक्षा कार्रवाई के कारण अब किसी भी मतदान केंद्र को स्थानांतरित करने की जरूरत नहीं पड़ी है.
QRT, ATS और STF की भी होगी तैनाती
डीजीपी ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में मतदाताओं की सुरक्षा की पूरी गारंटी दी जाएगी. इसके लिए बिहार पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) को तैयार रखा गया है. इनमें एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (ATS) और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के कमांडो शामिल होंगे, जो किसी भी आकस्मिक स्थिति, सुरक्षा उल्लंघन या अन्य गंभीर घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करेंगे.
राज्य में 90 हजार से ज्यादा वोटिंग बूथ
इसके अलावा, हर जिले में वीवीआईपी सुरक्षा के लिए अलग पूल बनाया गया है. इस पूल के सुरक्षाकर्मी एनएसजी से विशेष प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं, जो नेताओं और महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे. बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में होंगे. पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी. राज्य में कुल 90,712 मतदान केंद्र हैं, जिनमें से 13,911 शहरी क्षेत्रों और 76,801 ग्रामीण इलाकों में स्थित हैं.