आगामी बिहार विधानसभा चुनाव और सात राज्यों की आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने सख्ती बढ़ा दी है. आयोग ने धनबल, मुफ्त उपहार, शराब या नशीले पदार्थों के वितरण के जरिए वोटरों को प्रभावित करने की कोशिशों पर रोक लगाने के लिए सभी प्रवर्तन एजेंसियों को 24 घंटे सतर्क और सक्रिय रहने का आदेश दिया है.
6 अक्टूबर को चुनाव की घोषणा के बाद से अब तक कुल 33.97 करोड़ रुपये की नकदी और अन्य आपत्तिजनक सामान जब्त किए जा चुके हैं. इनमें नकदी, शराब, ड्रग्स, और वोटरों को मुफ्त में बांटने वाले सामान शामिल हैं. जब्त किए गए मामलों में कई लोगों से पूछताछ हुई लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला कि ये सामान कहां से लाए गए और कहां ले जाए जा रहे थे. ये कार्रवाई राज्य पुलिस, उत्पाद विभाग, आयकर विभाग और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा की गई है.
EC ने दी सख्त हिदायत
चुनाव आयोग ने कहा है कि धनबल और फ्री गिफ्ट के जरिए चुनाव प्रभावित करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस उद्देश्य से आयोग ने राज्य पुलिस, उत्पाद विभाग, आयकर, FIU-IND, RBI, SLBC, DRI, CGST, SGST, सीमा शुल्क, ईडी, एनसीबी, आरपीएफ, सीआईएसएफ, एसएसबी, BCAS, AAI, डाक विभाग, राज्य वन विभाग और सहकारी विभागों को आदेश जारी किए हैं कि वे मतदान प्रक्रिया पूरी होने तक लगातार सक्रिय रहें.
खर्च की निगरानी के लिए व्यय पर्यवेक्षक तैनात
आयोग ने चुनाव खर्च की निगरानी के लिए व्यय पर्यवेक्षकों को पहले ही तैनात कर दिया है. ये अधिकारी अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंचकर उम्मीदवारों द्वारा किए जा रहे खर्च की निगरानी कर रहे हैं. वे औचक निरीक्षण कर स्थानीय निगरानी टीमों और प्रवर्तन दस्तों से लगातार संपर्क में हैं.
चौबीसों घंटे नजर रखेंगे उड़न दस्ते
धन या अन्य प्रलोभन से जुड़े किसी भी संदिग्ध मामले की जांच के लिए उड़न दस्ते, निगरानी दल और वीडियो मॉनिटरिंग टीमें 24 घंटे तैनात रहेंगी. इसके साथ ही आयोग ने इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम (ESMS) नामक एक ऑनलाइन रियल टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम भी सक्रिय कर दिया है, जिससे एफएस (Flying Squad) और एसएसटी (Static Surveillance Team) वास्तविक समय पर रिपोर्ट भेज सकेंगी.
जनता भी कर सकेगी शिकायत
निर्वाचन आयोग ने यह भी स्पष्ट किया है कि जांच या चेकिंग के दौरान आम नागरिकों को असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए. आयोग ने लोगों से अपील की है कि वे अगर कहीं धन, शराब या अन्य प्रलोभन का वितरण होते देखें तो उसकी शिकायत आयोग के आधिकारिक ऐप 'C-Vigil' पर तुरंत दर्ज कर सकते हैं.