MP-TET Paper Leak: मध्य प्रदेश के रहने वाले एक शख्स ने टीचर एलीजिबलिटी टेस्ट (MP-TET) का पेपर लीक होने का दावा किया है, जिसके बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. मेहरवान सिंह वर्मा नाम के एक शख्स ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्वीट कर दावा किया कि परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो चुका है. उन्होंने अपने ट्वीट में पेपर का स्क्रीन शॉट भी लगाया है.
ट्वीट के जरिए युवक ने ये भी पूछा है कि क्या मध्य प्रदेश में इसी प्रकार से सभी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा होता रहेगा? ट्वीट में मेहरवान सिंह ने सीएम शिवराज को टैग करते हुए लिखा, "यह क्या हो रहा है? MP TET पेपर लक्ष्मण सिंह के मोबाइल पर कैसे आया? क्या इसी प्रकार सभी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा होता रहेगा. बेरोजगारों की प्रतिभा का ऐसे ही हनन होता रहेगा? हाई कोर्ट के रिटायर जजों से न्यायिक जांच कराए? कठोर कार्यवाही हो.
यह गंभीर आरोप है। इसकी जॉंच तत्काल होना चाहिए। @ChouhanShivraj @INCMP https://t.co/GX2kShLukZ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) March 26, 2022
उनके इस ट्वीट को कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने लिखा, "'यह गंभीर आरोप है. इसकी जांच तत्काल होना चाहिए." वहीं, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पेपर लीक होने के दावे पर ट्वीट करते हुए शिवराज सरकार को कटघरे में खड़ा किया है. ट्वीट में पीसी शर्मा ने लिखा, सरकार पचमढ़ी में है और यहां व्यापमं घोटाले की अगली सीरीज आ गई है. शिवराज जी को पक्षियों - पेड़ों से फुर्सत मिल जाये तो यहां भी ध्यान दे दीजिए.
वहीं, कांग्रेस नेता अरुण यादव ने ट्वीट कर लिखा, "व्यापम घोटाला जारी है, क्योंकि जब तक शिवराज जी मुख्यमंत्री रहेंगे व्यापमं के माध्यम से होने वाली भर्तियां में भ्रष्टाचार जारी रहेगा. शिक्षक वर्ग 3 के एग्जाम चल रहे हैं और पेपर मोबाइल पर आ गया.
व्यापम घोटाला जारी है, क्योंकि जब तक शिवराज जी मुख्यमंत्री रहेंगें व्यापमं के माध्यम से होने वाली भर्तियां में भ्रष्टाचार जारी रहेगा ।
— Arun Subhash Yadav 🇮🇳 (@MPArunYadav) March 26, 2022
शिक्षक वर्ग 3 के एग्जाम चल रहे है और पेपर मोबाइल पर आ गया।
इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए जिससे दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो सके।#Vyapam pic.twitter.com/ytxRyCQsq6
उन्होंने कहा कि इस घटना की उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए, जिससे दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो सके. बता दें फिलहाल सरकार, स्कूल शिक्षा विभाग या प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड की तरफ से युवक के दावे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
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