इंडियन इंस्टीट्यूट्स ऑफ टेक्नोलॉजी (IITs) ने प्लेसमेंट पैकेज अनाउंसमेंट को लेकर बड़ा फैसला लिया है. प्लेसमेंट सीजन के दौरान स्टूडेंट्स के प्रेशर को कम करने के लिए आईआईटीज अपनी प्लेसमेंट रिपोर्ट्स में सर्वाधिक वार्षिक पैकेज की राशि का खुलासा नहीं करने पर विचार कर रही हैं. इसके बजाय माध्य और औसत वेतन आंकड़ों पर फोकस किया जाएगा.
ऑल आईआईटी प्लेसमेंट कमेटी (AIPC) की बैठक के दौरान इस मुद्दे पर सर्वसम्मति से फैसला लिया गया है. जहां चर्चा में पिछले सप्ताह की आईआईटी-बॉम्बे प्लेसमेंट रिपोर्ट भी शामिल थी, जिसमें 1 करोड़ रुपये के वार्षिक पैकेज से अधिक के 85 से अधिक प्रस्तावों का दावा किया गया था. बुधवार को जारी एक शुद्धिपत्र में, आईआईटी-बॉम्बे ने एक "टेक्निकल एरर" का हवाला देते हुए, प्लेसमेंट के पहले फेज में 1 करोड़ रुपये से अधिक के ऑफर की संख्या को संशोधित करके 22 कर दिया है.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 4 जनवरी को, आईआईटी-बॉम्बे ने घोषणा की थी कि प्लेसमेंट के पहले फेज, जो पिछले साल 20 दिसंबर को पूरा हुआ, में कुल 1,340 ऑफर आए. इसमें कहा गया था कि 1 करोड़ रुपये से अधिक के वार्षिक वेतन पैकेज के 85 प्रस्ताव थे, जो पिछले साल किए गए 25 ऐसे प्रस्तावों की तुलना में महत्वपूर्ण वृद्धि है. औसत वार्षिक वेतन पैकेज भी 23.26 लाख रुपये से बढ़कर 24.02 लाख रुपये हो गया. बाद में टेक्निकल एरर बताते हुए 1 करोड़ रुपये से अधिक के ऑफर की संख्या 22 बताई गई.
इस घोषणा के एक दिन बाद एआईपीसी की बैठक हुई जिसमें आईआईटी के करियर विकास या प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल के 23 प्रमुख सदस्य शामिल हुए. इस मीटिंग में प्लेसमेंट सीजन के दौरान स्टूडेंट्स पर पड़ने वाले दबाव और माता-पिता के बीच पैदा होने वाली झूठी उम्मीदों की चिंता पर चर्चा हुई.
बता दें कि सर्वाधिक सैलरी पैकेज की जानकारी देने वाला आईआईटी बॉम्बे अकेला संस्थान नहीं है, इस साल आईआईटी खड़गपुर ने भी 20 स्टूडेंट्स को 80 लाख और उससे ज्यादा का सैलरी पैकेज ऑफर मिलने की जानकारी दी थी. फरवरी में होने वाली एआईपीसी की अगली बैठक में आईआईटी द्वारा प्लेसमेंट रिपोर्ट जारी करने के लिए सामान्य दिशानिर्देशों पर सहमति बनने की उम्मीद है.