International Yoga Day 2023: ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ आयुर्वेट (AIIA) ने IIT दिल्ली के सहयोग से तंत्रिका विज्ञान के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. उन्होंने एक उपकरण विकसित किया है जो मस्तिष्क न्यूरॉन कोशिकाओं पर योग के एक महत्वपूर्ण घटक भ्रामरी प्राणायाम के सकारात्मक प्रभावों का प्रमाण देगा.
यह निष्कर्ष न केवल योग के मस्तिष्क पर लाभों को दर्शाएंगे, बल्कि अल्जाइमर, मनोभ्रंश और मेमोरी लॉस के उपचार में सहायता करने के लिए भ्रामरी प्राणायाम की उपयोगिता का भी आंकलन करेंगे.
AIIA योग विभाग द्वारा IIT दिल्ली की सहायता से तैयार किया गया उपकरण, योग की चिकित्सीय क्षमता की हमारी समझ के लिए एक नया आयाम पेश करता है. भ्रामरी प्राणायाम अभ्यास के दौरान डिवाइस को नाक में डालने से ध्वनि तरंगों को पकड़ेगा और इलेक्ट्रोएन्सेफलोग्राम (EEG) ब्रेन मैपिंग करता है. उपकरण से प्राप्त रिजल्ट मस्तिष्क के न्यूरॉन कोशिकाओं पर भ्रामरी प्राणायाम के प्रभावों को दिखाएगा.
इन निष्कर्षों के आधार पर अल्जाइमर, डिमेंशिया और मेमोरी लॉस जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव स्थितियों से जूझ रहे व्यक्तियों का इलाज संभव हो सकेगा. इस अवसर पर बोलते हुए AIIA की निदेशक प्रो. डॉ. तनुजा नेसारी ने कहा, 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर, मैं अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं. आयुर्वेद और योग, एक ही सिक्के के दो पहलू की तरह, समग्र कल्याण के सिद्धांतों का प्रतीक हैं. आयुर्वेद के शारीरिक उपचार और योग के आध्यात्मिक अभ्यास को एक साथ लाकर, हम एक सभी के लिए एक निरोगी भविष्य की कामना कर सकते हैं.'