देश में कोरोना वायरस फिर से अपना कहर बरपा रहा है. करीब पांच महीने के बाद एक दिन में पचास हजार से अधिक केस रिपोर्ट हुए हैं. सबसे बुरी हालत महाराष्ट्र की है, जहां से 60 फीसदी से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. अब नागपुर से हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है, जहां बढ़ते मामलों के बीच अस्पताल में बेड की कमी हो गई है.
नागपुर GMC के मेडिकल अधिकारी के मुताबिक, अस्पताल में 600 बेड्स हैं लेकिन उनमें से 90 बेड्स बेसमेंट में हैं. इन बेड्स को ड्रेनेज की दिक्कत के कारण बंद किया गया है, हम अभी तक हाईकोर्ट की इजाजत का इंतजार कर रहे थे. अब बीते दिन हमें बेड्स मिल पाए हैं.
Maharashtra: COVID cases surge in Nagpur, shortage of beds reported in some hospitals
— ANI (@ANI) March 25, 2021
"90 of the 600 beds were in basement that was closed due to drainage issue. We were waiting for HC's permission after repair. Beds provided since y'day,"Medical Superintendent, GMC Nagpur says pic.twitter.com/BmTHWwilQz
आपको बता दें कि नागपुर देश के उन दस जिलों में शामिल है, जहां सबसे अधिक एक्टिव केस हैं. बीते दिन भी यहां जिले में करीब 3700 नए केस दर्ज किए गए, जो अबतक का सबसे अधिक आंकड़ा है. मौजूदा वक्त में नागपुर में 34 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं.
बता दें कि नागपुर में कोरोना संकट के कारण ही 31 मार्च तक लॉकडाउन लगाया गया है. सिर्फ नागपुर ही नहीं बल्कि बीड, नांदेड़ में भी संपूर्ण लॉकडाउन का आदेश जारी हुआ है. इनके अलावा महाराष्ट्र के कई शहरों में लॉकडाउन, नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां हैं.
कोरोना के बढ़ते संकट के बीच अब कर्नाटक सरकार ने भी बेंगलुरु में आने वाले लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दी है. साथ ही जो कोरोना से पीड़ित होंगे, उनपर पिछले साल की तरह ही हाथ पर मुहर लगाई जाएगी.
राजस्थान ने भी अपने यहां बढ़ा दी सख्ती
महाराष्ट्र से अलग अगर राजस्थान की बात करें तो यहां पर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बाद सख्ती बढ़ाई गई है. यहां होली, शब ए बारात के किसी भी कार्यक्रम पर रोक लगा दी गई है. इसके अलावा राजस्थान में अगर किसी दूसरे राज्य से कोई आ रहा है, तो उसे 72 घंटे के भीतर वाली RT-PCR टेस्ट की निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी. पहले ये नियम कुछ राज्यों से आने वाले लोगों के लिए लागू था.
पांच महीने बाद आए 50 हजार से ज्यादा केस
बता दें कि गुरुवार को ही स्वास्थ्य मंत्रालय के जो आंकड़े सामने आए हैं वो डराने वाले हैं. भारत में गुरुवार को कुल 53,476 नए केस दर्ज किए गए हैं. पिछले साल नवंबर के बाद ये पहली बार है जब देश में 24 घंटे में कोरोना के मामलों ने पचास हजार का आंकड़ा पार किया है. बीते दिन देश में 251 मौतें कोरोना वायरस के कारण हुईं.
दो नए म्यूटेंट ने बढ़ा दी चिंता
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच एक चिंता वाली बात ये भी है कि अब कोरोना के नए म्यूटेंट के केस भारत में मिले हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना का यूके-अफ्रीकी और ब्राजीलियन वेरिएंट भारत में आ चुका है. देश में 700 से अधिक केस इन नए वेरिएंट के पाए गए हैं, जिनमें सबसे अधिक केस पंजाब, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से हैं. केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से एक बार फिर टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट के मंत्र को अपनाने को कहा है.