सरकारी कंपनी NBCC (इंडिया) लिमिटेड को बड़ा ऑर्डर मिला है, सरकारी निर्माण और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट कंपनी (NBCC) ने बुधवार बताया कि उसे करीब 665 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिले हैं, ये काम उसे अलग-अलग संस्थानों और सरकारी निकायों मिले हैं.
हालांकि शेयर बाजार में दबाव की वजह से इन नए कॉन्ट्रैक्ट्स मिलने के बावजूद NBCC कंपनी के शेयर गिरकर बंद हुए.
Tulsi Niketan का पुनर्विकास
दरअसल, Ghaziabad Development Authority (GDA) से NBCC को Tulsi Niketan रिहाइशी प्रोजेक्ट के पुनर्विकास के लिए काम मिला है, यह ऑर्डर 642.82 करोड़ रुपये का है और कुल परियोजना मूल्य का करीब 97% हिस्सा इसी से आता है.
अलग-अलग राज्यों से ऑर्डर
इसके अलावा NBCC को बाकी चार कॉन्ट्रैक्ट छोटे-छोटे हैं. ICMAI (Institute of Cost Accountants of India) हैदराबाद सहित कई कैंपस में मरम्मत के लिए 4.05 करोड़ रुपये ऑर्डर मिले हैं. दिल्ली के NFSU (National Forensic Science University) गेस्ट हाउस के लिए 6.95 करोड़ रुपये मिले.
इसके अलावा लखनऊ स्थित ICSI (Institute of Company Secretaries of India) के लिए 7.14 करोड़ रुपये और कानपुर में एक निर्माण के लिए 4.42 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिले हैं. ये सभी प्रोजेक्ट 'PMC' यानी Project Management Consultancy आधारित हैं, जिनमें NBCC परियोजना की निगरानी और गुणवत्ता नियंत्रक की भूमिका निभाता है.
NBCC के शेयर में दबाव
इसके अलावा NBCC को हाल ही में नागपुर महानगर इलाके में 2,966 करोड़ रुपये के Naveen-Nagpur प्रोजेक्ट का Phase-1 मिला था, जो आने वाले वर्षों में कंपनी की पाइपलाइन को और मजबूत करेगा.
इस बीच बुधवार को NBCC का स्टॉक 1.61% गिरकर 113.40 रुपये पर बंद हुआ. जानकारों के अनुसार, मार्जिन दबाव, परियोजनाओं की लंबी समयसीमा और बाजार में हल्की मुनाफावसूली (Profit-Booking) इसकी वजह हो सकती है. हालांकि NBCC के शेयर ने साल 2025 में अबतक करीब 22 फीसदी का रिटर्न दिया है. वहीं पिछले 5 साल में 501 फीसदी का रिटर्न दिया है.
हाल ही में NBCC ने Q2 FY26 के नतीजे जारी किए थे, जिनमें कंपनी का नेट प्रॉफिट 26% बढ़कर 153.5 करोड़ रुपये पहुंच गया. राजस्व में भी 19% की बढ़ोतरी दर्ज हुई. EBITDA में मामूली सुधार हुआ, हालांकि मार्जिन लागत बढ़ने से दबाव में देखा गया.
(नोट: शेयर बाजार में निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर करें)