सोना (Gold) इस साल सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाली चीज रही है. 2025 की शुरुआत से इसमें लगातार जोरदार तेजी देखने को मिली और सोने की कीमतों ने सारे रिकॉर्ड तोड़े. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, साल में अब तक लगभग हर महीने की Gold Price में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि इसकी कीमतों में तेजी साल के अंत तक जारी रह सकती है. सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को ये कीमती धातु एमसीएक्स से लेकर घरेलू मार्केट तक में तेजी के साथ कारोबार कर रही थी.
MCX से घरेलू बाजार में Gold रेट
सबसे पहले बताते हैं सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज से लेकर घरेलू मार्केट तक में सोने की कीमतों के बारे में. तो MCX पर 5 फरवरी की एक्सपायरी वाला 10 ग्राम सोना 758 रुपये की उछाल के साथ 1,28,425 रुपये पर कारोबार कर रहा था. वहीं बात घरेलू मार्केट में Gold Rate की करें, तो यहां भी तेजी देखने को मिली है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 4,170 डॉलर प्रति औंस के करीब कारोबार कर रहा था, जो पूरे सप्ताह में 2% से ज्यादा बढ़ा है.
इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट IBJA.Com पर अपडेट किए गए रेट्स के मुताबिक, शुक्रवार को 24 Karat Gold Rate अपने पिछले बंद भाव 1,26,057 रुपये से उछलकर 1,26,666 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ओपन हुआ. यानी इसकी कीमत में 609 रुपये का इजाफा हुआ है. अलग-अलग क्वालिटी के गोल्ड रेट पर नजर डालें, तो...
| क्वालिटी | ताजा रेट (प्रति 10 ग्राम/बिना GST+मेकिंग चार्ज) |
| 24 कैरेट गोल्ड | 1,26,666 रुपये/10 ग्राम |
| 22 कैरेट गोल्ड | 1,23,630 रुपये/10 ग्राम |
| 20 कैरेट गोल्ड | 1,12,730 रुपये/10 ग्राम |
| 18 कैरेट गोल्ड | 1,02,260 रुपये/10 ग्राम |
| 14 कैरेट गोल्ड | 81,700 रुपये/10 ग्राम |
अभी होगा महंगा, यहां बनाए रखें नजर!
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, Gold Rates 2025 के लगभग हर महीने में उछले हैं. विश्लेषकों का कहना है कि यह 1979 के बाद से इसका सबसे अच्छा वार्षिक प्रदर्शन हो सकता है. उनका कहना है कि सेंट्रल बैंकों द्वारा भारी जमा और ETF की लगातार डिमांड के चलते सोने को साल के अंत तक समर्थन मिलता रहेगा यानी तेजी जारी रह सकती है. उन्होंने निवेशकों को सलाह देते हुए कहा है कि खुदरा निवेशकों को नई खरीदारी करने से पहले घरेलू मूल्य निर्धारण और वैश्विक संकेतों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए.
Gold की कीमत बढ़ने की वजह क्या?
नवंबर महीने की शुरुआत में सोना फिसलता नजर आया था, लेकिन अब एक बार फिर इसकी कीमत में तेजी देखने को मिल रही है. इसके पीछे के मुख्य कारण की बात करें, तो ये तेजी मुख्य रूप से दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती संभावनाओं से प्रेरित है. US Fed के सीनियर अधिकारियों ने कहा है कि केंद्रीय बैंक अपनी नीतियों में ढील देने के लिए तैयार है. केविन हैसेट, जिन्हें फेड चीफ जेरोम पॉवेल के बाद Fed Chairman पद के लिए एक प्रमुख दावेदार माना जा रहा है, उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के रुख को दोहराते हुए सार्वजनिक रूप से कम ब्याज दरों (US Policy Rate) की वकालत की है.
गौरतलब है कि सोना आमतौर पर कम ब्याज दरों वाले माहौल में बेहतर प्रदर्शन करता है, ऐसे में केविन का आउटलुक भी पीली धातु लिए मजबूती से सपोर्ट कर रहा है. इसके अलावा ग्लोबल मार्केट्स में अनिश्चितता, Crude Oil की कीमतों में उतार-चढ़ाव और US Dollar की चाल का असर सर्राफा व्यवसाय पर जारी है. हालांकि, आईबीजेए की उपाध्यक्ष और एस्पेक्ट ग्लोबल वेंचर्स की कार्यकारी अध्यक्ष अक्षा कंबोज का कहना है कि भारत में शादियों के सीजन में खरीदारी स्थिर है और डिमांड मजबूत होने से कीमतों में गिरावट कम रही है.