तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने से पाकिस्तान परेशान है और अपने संबंधों को नकार रहा है. पाकिस्तान का दावा है कि राणा उनका नागरिक नहीं है, लेकिन दोहरी नागरिकता के नियम के कारण वह अभी भी पाकिस्तानी नागरिक हो सकता है. राणा के प्रत्यर्पण में लगभग 4 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं.