दक्षिण अमेरिका के ब्राज़ील में ब्रिक्स सम्मेलन होने वाला है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हो रहे हैं. इस साल ब्रिक्स का मुख्य थीम खास तौर पर समावेशी शासन के लिए ग्लोबल साउथ सहयोग को मजबूत करना है. ब्रिक्स सम्मेलन का पहला एजेंडा वैश्विक शासन में सुधार का मुद्दा है. दूसरा एजेंडा सुरक्षा और शांति का होगा. तीसरा एजेंडा भूपक्षवाद, आर्थिक, वित्तीय मामलों के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) को मजबूत करना भी होगा. ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन यानी 7 जुलाई को बैठक का चौथा एजेंडा पर्यावरण और वैश्विक मुद्दों पर होगा. 2026 में भारत ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करेगा और इसी के साथ ब्राज़ील की तरफ से भारत को ब्रिक्स की अध्यक्षता सौंपी जाएगी. प्रधानमंत्री मोदी ग्यारहवीं बार ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इस सम्मेलन में एक कमी यह है कि ना राष्ट्रपति शी आ रहे हैं और प्रेसिडेंट पुतिन भी नहीं आ रहे, इसलिए सबसे टोलेस्ट फिगर अगर कही जाए तो हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी होंगे इस शिखर सम्मेलन में. इससे भारत का रोल और भी ज्यादा प्रोमिनेंट और इम्पोर्टेन्ट हो जाता है. भारत अगले साल ब्रिक्स की मेजबानी कर रहा है, जिससे ब्रिक्स की कमान इस शिखर सम्मेलन के समाप्त होते ही भारत की तरफ आ जाएगी. यह एक ऐसा फोरम बनता है जिसमें भारत अपने विचार प्रोजेक्ट कर सकता है और ब्रिक्स सदस्यता को प्रभावित कर सकता है, जो आज के युग में एक महत्वपूर्ण संगठन बन गया है.