'पहलगाम आतंकी हमले की कोई माफी नहीं हो सकती', UN में भारत ने की वैश्विक समुदाय से कड़ी निंदा की अपील

संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत पी हरीश ने गुरुवार को कहा, 'भारत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में परसों हुए क्रूर आतंकवादी हमले में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करता है. वैश्विक समुदाय को इसकी आलोचना करनी चाहिए.'

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संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत पी हरीश (File Photo) संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत पी हरीश (File Photo)

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 24 अप्रैल 2025,
  • अपडेटेड 11:07 PM IST

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले को लेकर भारत ने वैश्विक स्तर पर कड़ा संदेश दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पी. हरीश ने इस हमले को नृशंस और मानवता के खिलाफ बताया. उन्होंने कहा कि “दुनिया को इस तरह के हमलों की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए, खासकर जब निर्दोष नागरिकों और पर्यटकों को निशाना बनाया गया हो.”

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मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें अधिकांश पर्यटक थे. हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी समूह The Resistance Front (TRF) ने ली है. यह हमला सिर्फ भारत ही नहीं, पूरी दुनिया की मानवता के खिलाफ है.

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भारत ने की अपील

भारत ने दुनिया भर के मित्र देशों और सहयोगियों का आभार व्यक्त किया जिन्होंने इस दुखद घड़ी में एकजुटता दिखाई और आतंकवाद के हर रूप की निंदा की. भारत के इस सख्त रुख ने यह साफ कर दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर लगातार अपनी बात रखेगा और अब समय आ गया है कि संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंच इस तरह के हमलों पर स्पष्ट और तीखी प्रतिक्रिया दें.

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संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि, राजदूत पी हरीश ने गुरुवार को कहा, 'भारत जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में परसों हुए क्रूर आतंकवादी हमले में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त करता है. मैं भारत के मित्रों और भागीदारों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने संवेदना व्यक्त की, इस कठिन समय में हमारे साथ एकजुटता दिखाई और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की निंदा की. संयुक्त राष्ट्र और विश्व को नागरिकों और पर्यटकों के खिलाफ किए गए ऐसे आतंकवाद की सार्वजनिक रूप से निंदा करनी चाहिए, जिसका कोई औचित्य नहीं है.'  

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