अमेरिका में इस समय एक ही सवाल सभी की जुबां पर है कि देश का अगला राष्ट्रपति कौन होगा? डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन्स दिन-रात एक किए हुए हैं कि उनकी पार्टी का उम्मीदवार ही व्हाइट हाउस पहुंचे. चुनाव पांच नवंबर को होगा. लेकिन इससे पहले देशभर में प्री-इलेक्शन में भी जमकर वोटिंग हो रही है. लेकिन कई राज्यों में बैलट बॉक्स में आग लगने और नष्ट होने की घटनाओं ने संदेह की स्थिति पैदा कर दी है.
अमेरिका के वॉशिंगटन और ओरेगन में कई जगह बैलट बॉक्सों में आग लग गई. इन बैलट बॉक्स का इस्तेमाल प्री-इलेक्शन के लिए किया गया था, जो वोटों से भरे हुए थे. लेकिन आग लगने की वजह से नष्ट हो गए.
स्थानीय पुलिस का कहना है कि बैलट बॉक्स में आग लगने की ये घटनाएं वॉशिंगटन और ओरेगन की है. यहां सोमवार को बैलट बॉक्स में आग लग गईं. ओरेगन के पोर्टलैंड और वॉशिंगटन के वैंकूवर में एक पोलिंग बूथ पर बैलट बॉक्स में आग लग गई. पांच नवंबर को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव से पहले बैलट बॉक्स में आग लगने की इन घटनाओं की जांच एफबीआई कर रही है.
वॉशिंगटन और ओरेगन के कई बैलट बॉक्स में आगजनी
सीबीएस न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, एफबीआई इन घटनाओं की जांच में स्टेट और स्थानीय प्रशासन की मदद कर रही है. यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि इनके पीछे कौन जिम्मेदार है.
सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हैं, जिनमें वॉशिंगटन के पोलिंग बूथ पर कई बैलट बॉक्स से धुंआ निकलता देखा जा सकता है. एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि इन बैलट बॉक्स को स्थानीय समयानुसार सुबह आठ बजे तक खाली नहीं किया गया, जिस वजह से बैलट नष्ट हो गए.
वैंकूवर पुलिस विभाग ने बताया कि उन्हें सोमवार सुबह चार बजे बैलट बॉक्स में आग लगने की खबर मिली थी और मौके पर पहुंचे हमने एक संदिग्ध डिवाइस को हटा दिया. यह डिवाइस बैलट बॉक्स के बगल में लगी थी.
पोर्टलैंड पुलिस विभाग की असिस्टेंट चीफ अमांडा मैकमिलन ने कहा कि बैलट बॉक्स में आग लगने का कारण पता नहीं चल पाया है. नहीं पता कि क्या ये आग जानबूझकर लगाई गई या फिर ये हादसा था.
बैलट बॉक्स के बाहर लगी थी संदिग्ध डिवाइस!
कहा जा रहा है कि वॉशिंगटन और ओरेगन में जिन बैलट बॉक्स में आग लगी. उनके बाहर एक संदिग्ध डिवाइस लगी थी. वॉशिंगटन की क्लार्क काउंटी के ऑडिटर ग्रेग किमसे ने कहा कि यह लोकतंत्र पर सीधा हमला है. दोनों बॉक्स में फायर सप्रेशन सिस्टम लगा था लेकिन वैंकूवर के जिस बैलट बॉक्स में आग लगी है, उसका सप्रेशन सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा था. इस वजह से आग लगने से हजारों वोट नष्ट हो गए.
पोर्टलैंड के एक अधिकारी ने बताया कि वॉशिंगटन और पोर्टलैंड की दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी हुई हैं. ये घटनाएं आठ अक्तूबर की उस घटना से भी जुड़ी हुई है, जिसमें वैंकूवर के एक बैलट बॉक्स के बाहर एक संदिग्ध डिवाइस लगी देखी गई थी. हालांकि, इस घटना में बैलट को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा था.
अमेरिकी प्रशासन ने वोटर्स से आग्रह किया है कि वे अपने बैलट स्टेटस को ऑनलाइन चेक करें और अगर प्री-पोल में वोटिंग के बावजूद उनका वोट रजिस्टर नहीं हुआ है तो वे दोबारा वोटिंग के लिए आवेदन दे.
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