खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले में अमेरिका ने नई पैंतरेबाजी दिखाई है और अब यह संदेश देने में जुट गया है कि वो भारत पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि, भारत सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो इस मामले में जांच कर रहा है और जल्द सच्चाई सामने लाएगा. बुधवार को अमेरिका ने ताजा बयान में कहा कि वो पन्नू मामले में भारत की जांच के नतीजों का इंतजार कर रहा है.
पिछले साल नवंबर में अमेरिकी अभियोजकों ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर न्यूयॉर्क में पन्नू को मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया था. अमेरिका का आरोप था कि निखिल ने इस काम के लिए भारत के एक सरकारी कर्मचारी को भी शामिल किया था. पिछले साल ही जून में निखिल गुप्ता को चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था. 14 जून को उन्हें अमेरिका में प्रत्यर्पित किया गया है.
बता दें कि भारत सरकार ने आतंकी पन्नू को वॉन्टेंड अपराधी घोषित किया है. उसके पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है. उसे केंद्रीय गृह मंत्रालय ने आतंकवाद विरोधी गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत आतंकवादी घोषित किया है.
अब तक भारत ने जो किया है, उससे संतुष्ट हूं...
इससे पहले मई में भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने एक बयान में कहा था, अमेरिका पन्नू की कथित हत्या की साजिश के संबंध में भारत के कदमों से अब तक संतुष्ट है. शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस द्वारा वॉशिंगटन में आयोजित एक कार्यक्रम में एरिक गार्सेटी ने यह भी कहा था कि मैं यही कहूंगा कि प्रशासन इस मामले में हमारी ओर से मांगी गई जवाबदेही से संतुष्ट है. भारत ने एक जांच आयोग गठित किया है.
इस बीच, अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर का कूटनीतिक जवाब आया है. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में यह संदेश देने की कोशिश की कि अमेरिका पन्नू मामले में भारत पर दबाव बनाने की कोशिश में जुटा है. मिलर ने कहा, भारत ने पन्नू की हत्या की कथित साजिश को लेकर एक जांच की घोषणा की है. अमेरिका को जांच के नतीजों का इंतजार है.
दरअसल, सीनेट के फॉरेन रिलेशंस कमेटी के सदस्यों ने विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को पत्र लिखकर मांग की है कि एक अमेरिकी नागरिक (आतंकी पन्नू) की कथित हत्या के प्रयास में भारत सरकार की संलिप्तता पर कड़ी राजनयिक प्रतिक्रिया दी जाए. इस संबंध में मैथ्यू मिलर से सवाल किया गया.
इस पर मिलर ने कहा, 'हम उन सदस्यों (सीनेट सदस्यों) को निजी तौर पर जवाब देंगे जैसा कि हम हमेशा करते हैं. मैं यहां उस पर बात नहीं करूंगा. लेकिन जहां तक दूसरे मुद्दे की बात है, जब यह मुद्दा पहली बार उठा था, तभी हमने स्पष्ट कर दिया था कि हमने इसे पहले ही भारत सरकार के समक्ष उठाया है और हमें उम्मीद है कि इसकी पूरी जांच होगी.'
हमने भारत से जांच का अपडेट मांगा है...
पिछले हफ्ते अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल और उनके राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भारत आए थे. इस दौरे को लेकर बुधवार को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कैंपबेल ने कहा, 'अमेरिका ने कथित तौर पर पन्नू की हत्या की नाकाम साजिश को लेकर चल रही भारत की जांच पर अपडेट के लिए लगातार दबाव डाला है. हमने यह स्पष्ट किया है कि इस मामले में जवाबदेही चाहते हैं. हमने इस विषय पर भारत के साथ रचनात्मक बातचीत की है और मैं कहूंगा कि उन्होंने हमारी बातों को सुना है.'
कैंपबेल ने कहा, 'हमने स्पष्ट कर दिया है कि भारत सरकार से जवाबदेही चाहते हैं और हमने भारत की जांच समिति की जांच पर लगातार अपडेट मांगा है. मैं बस यही कहूंगा कि हमने इस मुद्दे को सीधे भारत सरकार के सामने उठाया है और सबसे वरिष्ठ स्तर पर.'
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