अमेरिका के मैसाचुसेट्स में मैकडॉनल्ड्स (McDonald's) के एक भारतीय मूल के कर्मचारी बलबीर सिंह को फास्ट-फूड चेन के साथ चार दशक पूरे करने पर एक शानदार सम्मान मिला है. फ्रेंचाइजी मालिक ने रेड-कार्पेट इवेंट के दौरान 40,000 डॉलर का चेक दिया. इस सेलिब्रेशन में बलबीर सिंह को सम्मानित किया गया, जिन्होंने अमेरिका आने के तुरंत बाद रेस्टोरेंट में अपना करियर शुरू किया था.
इस सेलिब्रेशन का आयोजन फ्रेंचाइजी मालिक लिंडसे वालिन ने किया था, जो पूरे इलाके में मैकडॉनल्ड्स के नौ आउटलेट चलाती हैं. उन्होंने बलबीर सिंह को बिजनेस में एक अहम शख्स बताया और कहा कि उनके चार दशकों के कमिटमेंट से पता चलता है कि उनके परिवार ने कंपनी को किन मूल्यों पर खड़ा किया है.
वालिन ने कहा कि बलबीर सिंह 1980 के दशक के बीच में रेस्टोरेंट से जुड़े थे और शुरू में किचन में काम करते थे. उन्होंने Daily Item से बात करते हुए कहा, "बलबीर ने 40 साल पहले, इंडिया से यूनाइटेड स्टेट्स आने के कुछ वक्त बाद ही मैकडॉनल्ड्स में अपना करियर शुरू किया था." वालिन ने याद किया कि बलबीर ने सबसे पहले उनके पिता बॉब किंग के अंडर काम किया था, जो फ्रैंचाइज़ के असली मालिक थे. उन्होंने आगे कहा कि मेरे पिता हमेशा से सिर्फ़ एक बिज़नेस नहीं, बल्कि परिवार जैसा वर्कप्लेस बनाना चाहते थे और मैं उस विरासत को आगे बढ़ाना अपनी ज़िम्मेदारी मानती थी.
'मैंने सब कुछ करने की कोशिश की...'
कंपनी में भारतीय मूल के कर्मचारी बलबीर सिंह ने कहा, "मुझे याद है कि मैंने सबसे बेसिक रोल से शुरुआत की थी. मैंने सबसे पहले क्रू के तौर पर यहां काम शुरू किया था. मैंने किचन में काम किया और बैकग्राउंड में मदद की, मैंने सब कुछ करने की कोशिश की."
बलबीर वक्त के साथ मैनेजर के पदों पर पहुंचे और अब वालिन के नेटवर्क में कई रेस्टोरेंट देखते हैं.
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लिंडसे वालिन ने आगे कहा कि बलबीर के काम ने कंपनी के वर्क कल्चर को बनाया है. बलबीर के बारे में एक बात जो मुझे सबसे ज़्यादा पसंद है, वह यह है कि उन्होंने हमारी कंपनी के मोटो 'Why not?' को अपनाया है. कुछ नया क्यों न आज़माएं? क्यों न आगे बढ़ें? क्यों न बेहतर करने की कोशिश करें? उनके इस रवैये ने हमारी सफलता को बढ़ावा दिया है और हमारे कई कर्मचारियों के लिए दरवाज़े खोले हैं."
एनिवर्सरी इवेंट में बलबीर सिंह एक लिमोज़ीन में आए और अपने साथियों के द्वारा बिछाए गए रेड कार्पेट पर चले. उन्हें एक सर्विस अवॉर्ड, एक यादगार 'One in Eight' जैकेट और ऑर्गनाइज़ेशन के साथ उनके 40 साल पूरे होने पर 40 हज़ार का चेक दिया गया.
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