अफगानिस्तान में सरकार गठन की चर्चा चल रही है. इस बीच रविवार को तालिबानी नेता मुल्ला बरादर ने संयुक्त राष्ट्र की मानवीय मामलों की एजेंसी के प्रमुख मार्टिन ग्रिफिथ्स (Martin Griffiths) से मुलाकात की. उनकी ये मुलाकात काबुल में विदेश मंत्रालय में हुई है. इस दौरान कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र अफगानिस्तान के साथ अपना समर्थन और सहयोग जारी रखेगा. तालिबान के प्रवक्ता मोहम्मद नईम ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी साझा की है.
वहीं NRFA प्रवक्ता फहीम दश्ती ने तालिबान के दावों के बीच कहा कि तालिबानी प्रोपेगेंडा मशीन अपना प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश कर रही है और हमारा ध्यान भटकाकर हमारी हिम्मत को तोड़ना चाह रही है. वे हमारे प्रांतों को तोड़ना चाह रहे हैं. तालिबान विस्थापित लोगों को हेल्थ केयर सुविधा देना नहीं चाहती है. उन लोगों को रोक लिया गया है. वे भाग गए हैं. हमारे वीर योद्धा किसी भी तरह के आक्रमण को झेलने के लिए तैयार हैं.
इससे पहले फहीम दश्ती ने कहा था कि तालिबान को हर किसी के हक और बराबरी का आश्वासन देना होगा. अगर तालिबान के साथ साझा सरकार का फॉर्मूला तय होता है, तो हम भी काबुल सरकार का हिस्सा होंगे. पंजशीर में अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद की अगुवाई में नॉर्दर्न एलायंस ने मोर्चा संभाला हुआ है और तालिबान का मुकाबला कर रहे हैं. हाल ही में ये जानकारी मिली थी कि तालिबान और नॉर्दर्न एलायंस सीजफायर पर राजी हो गए हैं और बातचीत के जरिए मसले को हल किया जा रहा है. लेकिन अब ये साफ हुआ है कि अभी कोई डील नहीं हुई है, बल्कि सिर्फ बातचीत ही हो रही है.
तालिबान से बातचीत के लिए तैयार
अहमद मसूद पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन अगर तालिबान जंग चाहेगा तो हम और हमारे लड़ाके उसके लिए भी तैयार हैं.
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वहीं तालिबान की ओर से दावा किया गया है कि पंजशीर पर कब्जा कर लिया गया है. तालिबान के एक प्रवक्ता ने रविवार को कहा कि पंजशीर के हर जिला मुख्यालय, पुलिस मुख्यालय और सभी दफ्तरों पर कब्जा कर लिया गया है. दूसरी तरफ, ऐसी जानकारियां भी आ रही हैं कि सेंट्रल पंजशीर पर तालिबान का कब्जा हो गया है.
जनरल जरात ने फ्रंट को धोखा दिया जिसके बाद तालिबान ने सेंट्रल पंजशीर पर कब्जा कर लिया. पंजशीर रोड पर तालिबान का कब्जा है जबकि घाटी अब भी नॉर्दन फ्रंट के कब्जे में ही है. अहमद मसूद और अमरुल्लाह सालेह पंजशीर घाटी में ही हैं.
पंजशीर पर कब्जे के तालिबान के दावे का नॉर्दन अलायंस की ओर से खंडन कर दिया गया है. नॉर्दन अलायंस का समर्थन कर रहे ताजिकिस्तान में अफगानिस्तान के राजदूत जहीर अघबर ने आजतक से बात करते हुए कहा कि भीषण झड़प हुई है लेकिन वे (तालिबान) यहां (पंजशीर पर) कब्जा नहीं कर पाए हैं.
हालांकि, एक फेसबुक पोस्ट के जरिए नॉर्दन फ्रंट की अगुवाई कर रहे अहमद मसूद ने धार्मिक स्कॉलर्स की ओर से शांति के लिए की गई पेशकश का स्वागत किया है. अहमद मसूद ने कहा है कि अगर तालिबान पंजशीर और अंदराब से अपने लड़ाकों को वापस बुला लेता है तो वे शांति के लिए तैयार हैं.
तालिबान ने पूरे अफगानिस्तान पर कब्जे का दावा किया है लेकिन पंजशीर अब भी उसके लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. तालिबान के लड़ाकों को पंजशीर में भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है. 'पंजशीर के शेर' अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद के नेतृत्व में नॉर्दन अलायंस के लड़ाकों ने पंजशीर तक पहुंचने के लिए तालिबान की हर कोशिश को नाकाम कर दिया था. तालिबान ने बातचीत से लेकर हमले तक, हर दांव चला लेकिन उसकी हर चाल विफल रही.
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