'हम अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे, PM मोदी संग जल्द मुलाकात करेंगे जेलेंस्की', आजतक से बोले यूक्रेन के विदेश मंत्री

यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ सीमा या जमीन के लिए नहीं है. यह एक राष्ट्र और राज्य के रूप में यूक्रेन के अस्तित्व के लिए लड़ाई है. इसलिए यदि हम हार मान लेते हैं तो कोई यूक्रेन नहीं होगा और कोई यूक्रेनियन नहीं बचेगा. हर चीज पर रूस का कब्ज़ा हो जाएगा.

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यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा-फाइल फोटो यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा-फाइल फोटो

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 9:24 PM IST

यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने आजतक से खास बातचीत की है. उन्होंने वरिष्ठ पत्रकार और आजतक की एंकर (मैनेजिंग एडिटर, स्पेशल प्रोजेक्ट) अंजना ओम कश्यप से यूक्रेन और रूस से जुड़े कई मसलों पर खुलकर अपनी राय जाहिर की. दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि जब यूक्रेन जंग जीतेगा, तो दुनिया भर में और अधिक शांति होगी. सैद्धांतिक तौर पर तो ऐसा होने वाला नहीं है, लेकिन अगर सैद्धांतिक तौर पर रूस जीतता है तो संघर्ष और सीमाओं का उल्लंघन और ज्यादा होगा. विदेश मंत्री ने कहा कि हम राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की और प्रधानमंत्री मोदी के बीच एक बैठक आयोजित करने वाले हैं. हिरोशिमा में जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान दोनों नेताओं ने कई बार फोन पर बातचीत की.

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'ये यूक्रेन के अस्तित्व के लिए लड़ाई है'

यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि हमारी लड़ाई सिर्फ सीमा या जमीन के लिए नहीं है. यह एक राष्ट्र और राज्य के रूप में यूक्रेन के अस्तित्व के लिए लड़ाई है. इसलिए यदि हम हार मान लेते हैं तो कोई यूक्रेन नहीं होगा और कोई यूक्रेनियन नहीं बचेगा. हर चीज पर रूस का कब्ज़ा हो जाएगा.

उन्होंने कहा कि कभी हार नहीं माननी चाहिए. हमने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंक के साथ विस्तृत चर्चा की कि आपका देश क्या कदम उठा सकता है? क्योंकि हमारा मानना है कि भारत और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत हैं. इसलिए यदि भारत एक कदम बढ़ाता है, तो कई देश उसको फॉलो करेंगे. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि लड़ाई की शुरुआत में हमने भारत के कई छात्रों को स्वदेश भेजने में मदद की. इसमें भारत का भी सहयोग मिला.

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मॉस्को हमले पर क्या बोले दिमित्रो कुलेबा 

विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया में चाहे कुछ भी हो, रूस इसका इस्तेमाल दो लक्ष्यों को हासिल करने में करेगा. पहला, विश्व समुदाय की नजरों में यूक्रेन को बदनाम करना और दूसरा रूसी लोगों को यूक्रेनियन के खिलाफ लामबंद करना. क्योंकि वे हमेशा अपने लिए कोई न कोई बहाना ढूंढने की कोशिश में लगे रहते हैं.

नाटो की सदस्यता पर कही ये बात

यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक सोप ओपेरा की तरह है. यह एक सीजन से दूसरे सीजन में जा रहा है. कभी-कभी ऐसा लगता है कि 100 एपिसोड तक कुछ नहीं होता, लेकिन इसका अंत सुखद होगा.

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