ब्रिटेन में 2024 के चुनावों में लेबर पार्टी को शानदार जीत मिली है. यह बेहद अहम है, क्योंकि ब्रिटेन खराब अर्थव्यवस्था, कॉस्ट ऑफ लिविंग क्राइसिस, सार्वजनिक सेवाओं की कमी और इलीगल इमीग्रेशन से जूझ रहा है. इस बीच लेबर पार्टी को मिली ऐतिहासिक जीत ने पार्टी के कंधों पर जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ा दिया है. ब्रिटेन की जनता को लेबर पार्टी से काफी उम्मीदें हैं.
दरअसल, लेबर पार्टी ने ब्रिटेन की जनता से आर्थिक स्थिरता बहाल करने, सरकारी खर्च को नियंत्रण में रखने और करों को कम रखने का वादा किया है. लेबर पार्टी मतदाताओं को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि वह एक स्थिर और जिम्मेदार पार्टी है. जो चल रहे आर्थिक संकट को अच्छी तरह से संभाल सकती है. यह अहम है क्योंकि पार्टी कभी-कभी कट्टरपंथी आर्थिक योजनाओं से जुड़ी होती है, जो काम नहीं करती हैं.
बुनियादी ढांचे पर किया जाएगा निवेश
पार्टी ने वादा किया है कि वह'गेट ब्रिटेन बिल्ड अगेन' की तर्ज पर काम करेगी. जिसका मतलब है आवास और आधुनिक बुनियादी ढांचे में निवेश किया जाएगा. लेबर पार्टी ने अगले पांच सालों में 1.5 मिलियन नए घर बनाने का वादा किया है. यह क्लीन एनर्जी जैसी भविष्य की तकनीकों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय धन कोष भी बनाना चाहता है. कुल मिलाकर, विचार ब्रिटेन को एक 'क्लीन एनर्जी महाशक्ति' बनाने का है.
बिजली के बिलों को किया जाएगा नियंत्रित
लेबर अर्थव्यवस्था में सरकारी शक्ति का उपयोग करने में भी सहज है. इसका एक उदाहरण बिजली के बिलों को नियंत्रित करने और ग्रीन एनर्जी लाने के लिए एक सरकारी स्वामित्व वाली ग्रेट ब्रिटिश एनर्जी कंपनी स्थापित करने की इसकी योजना है. लेबर विफल NHS को ठीक करने के लिए संपूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में बड़े पैमाने पर बदलाव चाहती है. इसका मतलब है कि ज्यादा स्वास्थ्य कर्मियों को काम पर रखना, ज्यादा अस्पताल बनाना और अपॉइंटमेंट के लिए इंतजार करने का समय कम करना.
बॉर्डर सिक्योरिटी कमांड बनाना लक्ष्य
लेबर पार्टी माइग्रेशन की समस्या से निपटने के लिए बॉर्डर सिक्योरिटी कमांड बनाना चाहती है. यह यूरोपीय देशों के साथ मिलकर काम करेगी ताकि यह नियंत्रित किया जा सके कि हर साल कितने प्रवासियों को यूके में प्रवेश करने की अनुमति दी जाए. अंत में लेबर पार्टी का लक्ष्य रक्षा खर्च को जीडीपी के 2.5% तक बढ़ाना भी है. यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से, कई यूरोपीय देशों ने अपने रक्षा खर्च में वृद्धि की है. कटौती के सालों के बाद ब्रिटेन की सशस्त्र सेनाएं गंभीर रूप से कमजोर हो गई है. आधुनिकीकरण की आवश्यकता है. लेबर पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह रक्षा नीति पर मजबूत होने का इरादा रखती है.
शशांक मट्टू