तुर्की में सोमवार की सुबह तबाही भी अपने साथ लेकर आई. 7.8 तीव्रता वाले भूकंप के झटकों ने कई इलाकों में सबकुछ तहस-नहस कर दिया. बड़ी-बड़ी मजबूत बिल्डिंगें कुदरत के इस कहर को नहीं झेल पाईं और कुछ सेकेंड के भीतर ही भरभराकर जमींदोज हो गईं. भूकंप की चपेट में आकर 900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों की संख्या में लोग घायल भी हुए हैं, जिनका इलाज अस्पताल में किया जा रहा है.
अभी भी कई लोग ढह चुकी इमारतों के मलबों में भी फंसे हुए हैं, जिन्हें बचाव राहत दलों के सदस्य बाहर निकालने की कोशिशों में लगे हुए हैं. कई लोगों को रेस्क्यू भी किया जा चुका है. तुर्की से सटे सीरिया में भी भूकंप के काफी तेज झटके महसूस किए गए हैं. इसके साथ ही ग्रीस, जॉर्डन, सीरिया, इराक, लेबनान और जॉर्जिया जैसे कई देशों में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए.
तुर्की में भूकंप के झटकों के बाद जमींदोज हुई इमारतों के भयावह वीडियो भी सोशल मीडिया वायरल हैं, जिन्हें देखकर आपके भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. वायरल वीडियो में तुर्की के एक शहर दियारबकीर का भी एक खौफनाक वीडियो शामिल है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे भूकंप के झटके झेलने के बाद एक ऊंची इमारत सेकेंडों में ढह गई. नीचे देखिए वीडियो-
वहीं सोशल मीडिया पर दक्षिण तुर्की का भी एक डरावना वीडियो वायरल हो रहा है. यह वीडियो एक ऐसी साइट का है, जहां भूकंप के बाद कई अपार्ट्मेंट बिल्डिंगें गिर गईं.
वहीं एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, जिसमें आप देख सकते हैं कि कैसे एक शख्स को इमारत के मलबे से निकाला जा रहा है.
सोशल मीडिया पर घर में फंसी एक महिला का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो में महिला मदद मांगती हुई नजर आ रही है. यह वीडियो महिला ने भूकंप के बाद अपने फोन से ही शूट किया है.
यह वीडियो किसी ने गाड़ी से गुजरते हुए बनाया है, जिसमें भूकंप के बाद आई तबाही को आप साफ-साफ देख सकते हैं. बड़ी इमारतों का मलबा जमीन पर पड़ा है.
सोमवार सुबह करीब सवा चार बजे तुर्की में भूकंप आया. भूकंप का केंद्र गजियांटेप इलाके में था, जो सीरिया बॉर्डर से सिर्फ 90 किलोमीटर दूर है. सीरिया में भी भूकंप का काफी असर रहा. सीरिया के कई शहरों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. तुर्की और सीरिया, दोनों में ही 6 बार भूकंप के तेज झटकों ने हिलाया.
देखते ही देखते इतनी बड़ी इमारत कैसे हो गई जमींदोज, यह वीडियो तो आपको डरा देगा.
भूकंप के बाद तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन ने ट्वीट कर कहा कि, ''भूकंप से प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है. भूकंप के दौरान कम से कम 6 बार तेज झटके लगे. लोगों से अपील है कि वह किसी भी क्षतिग्रस्त इमारतों में प्रवेश न करें.
तहस-नहस हुए घर, मस्जिदों में शरण ले रहे लोग
तुर्की में भूकंप के बाद काफी संख्या में लोग बेघर हो गए हैं. भूकंप प्रभावित इलाकों में लोगों की भीड़ मौजूद है. सड़कों पर चलने की भी जगह नहीं मिल रही है. बचाव राहत दल को रेस्क्यू करने में भी काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है.
स्थानीय प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को बेवजह सड़कों पर न आने की सलाह दी गई है. लोगों से अपने घरों में रहने की अपील की जा रही है. जिन लोगों के घर भूकंप में तबाह हो गए हैं, उनके लिए अस्थाई तौर पर मस्जिदों के दरवाजे खोल दिए गए हैं.
तुर्की में भूकंप से तबाही पहली बार नहीं
मिडिल ईस्ट में पड़ने वाले इस्लामिक देश तुर्की में भूकंप की तबाही पहली बार नहीं है. इससे पहले भी तुर्की में काफी संख्या में लोगों की भूकंप की वजह से जान जा चुकी है. साल 1939 में भी तुर्की में 7.8 तीव्रता के साथ भूकंप आया था. इस भूकंप में 32 हजार 700 लोगों की मौत हो गई थी.
24 नवंबर साल 1976 में आए भूकंप में 5 हजार लोग मारे गए थे. वहीं 17 अगस्त 1999 में भी तुर्की में बड़ा भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 7.6 मापी गई थी. इस भूकंप में 17 हजार से ज्यादा लोग मारे गए थे.
दरअसल, साढ़े आठ करोड़ की आबादी वाला तुर्की चार टेक्टोनिक प्लेटों पर बसा हुआ है. ऐसे में अगर एक प्लेट में जरा सी हलचल होती है तो यह पूरे क्षेत्र को हिला देता है. तुर्की का अधिकतर हिस्सा एनाटोलियन प्लेट स्थित है. इसका एक अर्थ छोटा एशिया भी है.
एनाटोलियन प्लेट के पूर्व में ईस्ट एनाटोलियन फॉल्ट है और बाईं ओर ट्रांसफॉर्म फॉल्ट है, जो अरेबियन प्लेट के साथ जुड़ता है. वहीं साउथ और साउथ वेस्ट में अफ्रीकन प्लेट है. नॉर्थ की ओर यूरेशियन प्लेट है. यह प्लेट उत्तरी एनाटोलियन फॉल्ट से भी जुड़ा है.
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