दुनिया हैरान: किम जोंग से फोन पर बात करने को तैयार हैं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि नॉर्थ कोरिया के लीडर किम जोंग उन से वह फोन से बात करने को 'बिल्कुल' तैयार हैं.

Advertisement
ट्रंप और किम जोंग ट्रंप और किम जोंग

दिनेश अग्रहरि

  • नई दिल्ली,
  • 07 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 7:42 AM IST

अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु बटन पास होने तक की धमकी वाले माहौल के बीच प्रेसिडेंट ट्रंप ने यह बयान देकर सबको हैरान कर दिया है कि वह किम जोंग से फोन पर बात करना चाहते हैं. इसे विश्व शांति के लिहाज से एक शुभ संकेत माना जा सकता है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि नॉर्थ कोरिया के लीडर किम जोंग उन से वह फोन से बात करने को 'बिल्कुल' तैयार हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच होने जा रही बातचीत का कुछ सकारात्मक नतीजा निकलेगा.

Advertisement

गौरतलब है कि शुक्रवार को नॉर्थ कोरिया इस बात पर राजी हुआ था कि वह साउथ कोरिया से अगले हफ्ते आधिकारिक बातचीत करेगा. दोनों के बीच दो साल से भी ज्यादा समय के बाद ऐसी बातचीत होने जा रही है. इसकी घोषणा के कुछ घंटे पहले ही अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच होने वाली एक सैन्य अभ्यास को टालने की खबर आई थी.

समाचार एजेंसी रायटर्स के अनुसार कैम्प डेविड में पत्रकारों ने जब यह सवाल किया कि क्या वह किम से बिना शर्त बातचीत को तैयार हैं, तो इसके जवाब में ट्रंप ने कहा, 'निश्चित रूप से मैं करूंगा. मुझे तो ऐसा करने में कोई दिक्कत नहीं है. गौरतलब है कि ट्रंप और किम के बीच हाल के दिनों में काफी तीखी बयानबाजी हुई है और दोनों ने एक दूसरे को 'पागल, सनकी' जैसे शब्दों से विभूषित किया है. नॉर्थ कोरिया के बार-बार किए जाने वाले मिसाइल टेस्ट की वजह से ट्रंप वहां के लीडर किम जोंग को 'रॉकेट मैन' कहकर मजाक उड़ाते रहे हैं.

Advertisement

इसी हफ्ते जब नॉर्थ कोरिया के लीडर किम ने यह धमकी दी कि न्यूक्लियर बटन उनके टेबल पर ही है, तो इसका मजाक उड़ाते हुए ट्रंप ने कहा कि उनके पास इससे बड़ा बटन है.

नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच बर्फ पिघल रही है और दोनों देशों के बीच शीतकालीन ओलंपिक पर बातचीत होने जा रही है. किम ने संकेत दिए हैं कि इस ओलंपिक में नॉर्थ कोरिया की टीम शामिल हो सकती है. ट्रंप ने इसका स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि दोनों देशों के बीच बातचीत ओलंपिक से आगे जाएगी. हालांकि ट्रंप ने इसका श्रेय लेते हुए कहा कि उनके लगातार दबाव की वजह से ऐसा हो पा रहा है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement