पिछले तीन दिनों से रूस यूक्रेन पर जबरदस्त हमले कर रहा है. सीमाओं पर जो बमबारी हो रही थी, वो अब शहरों की तरफ बढ़ती जा रही है. वहीं, रूस की सेना के भीषण हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्स्की का कहना है कि वह आखिरी सांस तक लड़ेंगे. इसी बीच संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UN refugee agency) ने शनिवार को कहा कि रूसी आक्रमण के चलते, अब तक यूक्रेन से करीब 1,20,000 लोग पड़ोसी देशों में आकर शरण ले चुके हैं.
यूक्रेन पर हो रहे घातक रूसी हमले से बचने के लिए यूक्रेन के लोगों ने अपना ज़रूरी सामान लिया और दूसरे देश के लिए निकल पड़े. शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र उच्चायुक्त की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने कहा, 'अभी तक लगभग 1,16,000 लोग अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को पार कर चुके हैं. यह संख्या और भी बढ़ सकती है, आंकड़ा हर मिनट बदल रहा है.'
एजेंसी का मानना है कि अगर यूक्रेन की स्थिति और बिगड़ती है, तो करीब 4 मिलियन यूक्रेनी लोगों के वहां से पलायन करने की उम्मीद है. मंटू ने कहा कि अधिकांश लोग आसपास के इलाकों जैसे पोलैंड, मोल्दोवा, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया जा रहे हैं. कुछ बेलारूस भी जा रहे हैं, जहां से कुछ रूसी सेना ने यूक्रेन में प्रवेश किया था.
शाबिया मंटू के पास देश के हिसाब से लोगों की संख्या का विवरण नहीं था, लेकिन कहा जा रहा है कि सबसे ज़्यादा लोग पोलैंड पहुंचे हैं. पिछले कुछ सालों में पोलैंड में करीब 2 मिलियन यूक्रेनी लोग काम करने के लिए बस गए हैं. पोलैंड की सरकार ने शनिवार सुबह कहा कि पिछले 48 घंटों में यूक्रेन के 100,000 से अधिक लोग, पोलिश-यूक्रेनी सीमा पार कर चुके हैं.
पोलिश ब्रॉडकास्टर TVN24 के मुताबिक, मेड्यका बॉर्डर क्रॉसिंग पर पोलैंड में प्रवेश करने का इंतजार कर रहे वाहनों की एक लंबी लाइन यूक्रेन में 15 किलोमीटर (9 मील) तक फैली हुई है.
aajtak.in