अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान की सरकार आने के बाद लगातार महिलाओं को लेकर नए-नए फरमान दिए जा रहे हैं. अब काबुल में आदेश दिया गया है कि महिलाओं को घर पर ही रहना चाहिए, अगर कोई ऐसा काम है जो पुरुष कर सकते हैं तो फिर महिलाओं की ज़रूरत नहीं है.
काबुल (Kabul) के मेयर द्वारा कहा गया है कि जो काम पुरुष नहीं कर सकते हैं, महिलाओं को सिर्फ उसी काम की इजाजत दी जाएगी. अन्यथा महिलाओं को घर पर ही रहना होगा.
काबुल के मेयर का कहना है कि जिन पदों पर महिलाएं थीं और उनकी जगह अगर पुरुष काम कर सकते हैं, तबतक महिलाओं को घर पर ही रहना होगा. मेयर के मुताबिक, जबतक हालात सामान्य नहीं होते हैं तबतक ऐसा ही चलेगा. इस बीच महिलाओं को उनकी सैलरी दी जाएगी.
गौरतलब है कि तालिबान (Taliban) की सरकार बनने के बाद से ही अफगानिस्तान में कई ऐसे फैसले हुए हैं जो महिलाओं के खिलाफ गए हैं. फिर चाहे वो महिलाओं के काम करने पर पाबंदी हो या फिर पढ़ाई को लेकर पैदा की गई मुश्किलें.
तालिबान की सरकार ने हाल ही में फरमान दिया था कि लड़कियां और लड़के एक साथ नहीं पढ़ सकते हैं. इसके बाद कई यूनिवर्सिटियों से लड़के-लड़कियों के बीच पर्दे की तस्वीर भी सामने आई थी.
तालिबान ने तोड़ा अपना ही वादा
अफगानिस्तान पर कब्जा किए हुए तालिबान को एक महीने से ज्यादा हो गया है और वह अभी अंतरिम सरकार के जरिए शासन चला रहा है. जब तालिबान ने काबुल पर कब्जा जमाने के बाद पहली बार प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी, तब उसने महिलाओं को सरकार का हिस्सा बनाने की बात की थी. लेकिन अंतरिम सरकार में बने सभी 33 मंत्री पुरुष ही रहे.
इसके अलावा भी काबुल समेत अन्य शहरों की सड़कों पर कई बार तालिबान के लड़ाकों द्वारा महिलाओं पर हमला करने की तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं. दुनिया के कई देशों ने तालिबान की सरकार से महिलाओं को उनका हक देने की अपील की है.
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