पाकिस्तान ने हाल ही में श्रीनगर से शारजाह के बीच शुरू हुई फ्लाइट को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और अपने एयरस्पेस से इस फ्लाइट के उड़ान भरने पर रोक लगा दी है. खास बात ये है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के एयरस्पेस का इस्तेमाल करने के बाद आज ही नई दिल्ली पहुंचे हैं. पीएम मोदी के बोइंग 777 विमान ने इटली और स्कॉटलैंड जाने के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र की यात्रा की थी. इटली में जहां पीएम मोदी जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे वही स्कॉटलैंड में उन्होंने सीओपी 26 संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भाग लिया था.
पाकिस्तान का हवाई क्षेत्र इस्तेमाल कर भारत पहुंचे मोदी
पीएम मोदी ने वापस लौटते समय बहावलपुर में प्रवेश करने के बाद तुर्बत और पंजगुर की यात्रा की और इसके बाद इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पीएम मोदी के बोइंग 777 विमान ने लैंडिंग की. भारत ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय से हवाई क्षेत्र के इस्तेमाल की अनुमति मांगी थी, जिसे मंजूर कर लिया गया था. पाकिस्तान के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) के प्रवक्ता ने पुष्टि भी की थी कि उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री के विमान को पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति दी है.
दुबई के जम्मू कश्मीर में निवेश करने से भी परेशान है पाकिस्तान
पीएम मोदी के विमान को अनुमति भले ही पाकि्स्तानी सरकार ने दी हो लेकिन श्रीनगर-शारजाह की फ्लाइट को लेकर पाकिस्तानी मीडिया से लेकर विपक्ष तक पाकिस्तान के पीएम इमरान खान को कटघरे में खड़ा कर रहा था. इस दबाव के बाद पाकिस्तान ने बीते मंगलवार को श्रीनगर से शारजाह जा रही फ्लाइट को अपना एयरस्पेस का इस्तेमाल करने से रोक दिया, जिसके बाद फ्लाइट को घूमकर शारजाह जाना पड़ा. पाकिस्तान ने इससे पहले भी कश्मीर से उड़ने वाली अंतर्राष्ट्रीय उड़ान को अपना एयरस्पेस इस्तेमाल करने से रोक दिया था. इससे पहले दुबई के जम्मू-कश्मीर में निवेश के फैसले को लेकर भी पाकिस्तान बेहद असहज नजर आया था. पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित ने इसे भारत की बड़ी जीत बताया था.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर और यूएई के शारजाह के बीच सीधी उड़ान शुरू होने के कुछ दिनों बाद ही विवाद सामने आ रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 23 अक्टूबर को श्रीनगर-शारजाह फ्लाइट को हरी झंडी दिखाई थी. इसके बाद कुछ पाकिस्तानी रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि भारतीय एयरलाइन ने कई बार पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है. रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि भारत की तरफ से पाकिस्तानी एयरस्पेस में प्रवेश करने की इजाजत भी नहीं ली गई थी.
पाकिस्तान के पूर्व राजदूत और उमर अब्दुल्ला ने भी रखी अपनी राय
इस मुद्दे पर पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित ने भी अपनी राय रखी थी. उन्होंने कहा था कि गो एयरलाइन ने पाकिस्तान की फिजाओं यानी पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र का इस्तेमाल किया. ये तो सिर्फ पाकिस्तानी हुकूमत ही बता सकती है कि हमने भारतीय एयरलाइन्स को ये परमिशन क्यों दी कि वे श्रीनगर से शारजाह के बीच ऑपरेट कर रही है. वही जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी पाकिस्तान के रवैये को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'बेहद ही दुर्भाग्यपूर्ण. 2009-10 में भी श्रीनगर से दुबई जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ पाकिस्तान ने ऐसा ही किया था. मुझे उम्मीद थी कि गो फर्स्ट एयर के विमान को एयरस्पेस के इस्तेमाल की मंजूरी देना रिश्तों में सुधार के संकेत थे लेकिन अफसोस ऐसा नहीं होना था.'
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